एप्पल न्यूज़, शिमला
देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में हज़रत निजामुदीन मरकज की तबलिगी जमात कार्यक्रम की वजह से हिमाचल (Himachal Pradesh) में भी हडकंप मच गया है. अब तक मिली जानकारी के अनुसार, मरकज में 1830 लोगों ने हिस्सा लिया था और हिमाचल प्रदेश से भी 17 लोग शामिल हुए थे. हिमाचल के अतिरिक्त स्वास्थ्य (Health) सचिव आरडी धीमान ने 17 लोगों के शामिल होने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि अब तक इन 17 लोगों में किसी में भी करोना के लक्षण सामने नहीं आए हैं. सभी को स्वास्थ्य विभाग ने सर्विलांस में रखा है.
तीन जिलों से आए हैं लोग
अतिरिक्त स्वास्थ्य सचिव आरडी धीमान ने बताया कि इन 17 लोगों में 14 लोग चंबा, दो लोग सिरमौर और एक शख्स कुल्लू जिले से है. सभी पर बारीकि से नजर रखी जा रही है. बता दें कि यह धार्मिक आयोजन 18 मार्च को किया गया था. वहीं, तब्लीगी-ए-जमात में कांगड़ा का कोई शख़्स शरीक नहीं हुआ है. कांगड़ा के एसपी विमुक्त रंजन ने इस बात की पुष्टि की है.जानकारी के अनुसार, इस कार्यक्रम में शामिल हुए 1830 लोगों की लिस्ट जारी की गई है. कार्यक्रम में विदेशी समेत देश भर के करीब सभी राज्यों से लोग शामिल हुए हैं.
इन देशों के लोग हुए शामिल
निजामुद्दीन में मरकज़ में नेपाल से 19, मलेशिया के 20, अफगानिस्तान के 1, म्यांमार के 33, अल्जीरिया के 1, जिबूती के 1, किर्गिस्तान के 28, इंडोनेशिया के 72, थाईलैंड के 71, श्रीलंका के 34, बांग्लादेश के 19, इंग्लैंड के 3, सिंगापुर के 1, फिजी के 4, फ्रांस के 1 और कुवैत के दो नागरिक मौजूद थे. इस मामले में दिल्ली के साथ ही केंद्र सरकार ने भी सख्त रुख अपना लिया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसके जिम्मेदार लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है. बता दें कि मरकज़ से निकाले गए लोगों को दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है.