एप्पल न्यूज़, शिमला
प्रदेश में कोरोना माहमारी के चलते स्वास्थ्य निदेशक के कथित घूस व भाजपा की मिलीभगत, भ्रष्टाचार के विरोध में मंगलकर को शिमला जिला कांग्रेस कमेटी ने उपायुक्त के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल को एक ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में इस पूरे मामले की जांच प्रदेश उच्च न्यायालय के सिटिंग जज से तुरंत करवाने की मांग राज्यपाल से की गई है।
शिमला जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष यशवंत छाजटा ने कहा कि विजिलेंस की जांच में उन्हें कोई भरोसा नही है,क्योंकि इस मामले में सत्तारूढ़ भाजपा के कई नेताओं के शामिल होने का अंदेशा है।उन्होंने कहा कि इस मामलें में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है,इसलिए यह मामला ओर भी संगीन बन गया है।उन्होंने आशंका जताई है कि प्रदेश सरकार इस मामलें की लीपापोती कर सकती है,इसलिए इसकी जांच उच्च न्यायालय के सिटिंग जज से ही करवाई जानी चाहिए।
छाजटा ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि कोविड 19 की माहमारी के दौरान इस प्रकार का भ्रष्टाचार शर्मसार है,जिससे प्रदेश की साख को धक्का लगा है।उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर प्रदेश सरकार ने इसकी जांच उच्च न्यायालय के जज से नही करवाई तो कांग्रेस विरोध स्वरूप सड़कों पर उतरने पर मजबूर होगी।
इस दौरान यशवंत सिंह छाजटा के साथ जिला शिमला शहरी के अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी, कांग्रेस विधायक अनिरुद सिंह, विक्रमादित्य सिंह, मोहन लाल ब्राक्टा, सगंठन महामंत्री रूपेश कवंर,संजीव कुठयाला,सुशांत कपरेट,इंद्रजीत सिंह, गोपाल शर्मा व प्रेस सचिव राजेश वर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित थे।