एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की सियासी खिचड़ी पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निजी आवास हॉली लॉज में पक्की।जिसमें प्रदेश कांग्रेस के नेता शामिल हुए। हालांकि कुछ दिन पहले कौल सिंह ठाकुर के घर भी एक लंच डिप्लोमेसी हुई थी जिसमें 7 नेताओं ने भाग लिया था और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के खिलाफ हाई कमान को शिकायत भी की थी।
लंच डिप्लोमेसी में शामिल सातों नेताओं ने वीरभद्र सिंह के लंच से किनारा किया है। कौल सिंह के घर पर हुए लंच में सुखविंदर सिंह सुखू, हर्ष वर्धन चौहान, रोहित ठाकुर, आशीष बुटेल, सोहन लाल ठाकुर और सुधीर शर्मा शामिल थे जो वीरभद्र सिंह के लंच में शामिल नहीं हुए। इसके अलावा आशा कुमारी, जीएस बाली, रामलाल ठाकुर भी वीरभद्र सिंह के लंच में नहीं हुए हालांकि इसके क्या कारण रहे होंगे ये कहा नहीं जा सकता।
लेकिन कंही न कही इसके पीछे सियासी गुटबाजी भी देखी जा रही है।लंच में जंहा प्रदेश के सियासी घटनाक्रम को लेकर चर्चा हुई कांग्रेस को एकजुट कर 2022 में सत्ता में लाने के लिए मंथन भी हुआ।
वीरभद्र सिंह ने सभी नेताओं को आगे बढ़ने का मंत्र दिया। और अभी नेताओं का आभार जताते हुए बोले कि कांग्रेस पार्टी एकजुट है और एकजुट ही रहेगा।
वहीं विक्रमादित्य सिंह ने कहा की ये कोई राजनीतिक बैठक या लंच नहीं है। बल्कि वीरभद्र सिंह के जन्मदिवस के अवसर पर जो पार्टी नहीं हो पाई थी उसी की कड़ी के दी गई है।
ये रहे नदारद….
लंच डिप्लोमेसी में शामिल सातों नेताओं ने वीरभद्र सिंह के लंच से किनारा किया है।
कौल सिंह के घर पर हुए लंच में सुखविंदर सिंह सुखू, हर्ष वर्धन चौहान, रोहित ठाकुर, आशीष बुटेल, सोहन लाल ठाकुर और सुधीर शर्मा शामिल थे जो वीरभद्र सिंह के लंच में शामिल नहीं हुए।इसके अलावा आशा कुमारी, जीएस बाली, रामलाल ठाकुर भी वीरभद्र सिंह के लंच में नहीं हुए हालांकि इसके क्या कारण रहे होंगे ये कहा नहीं जा सकता।
ये हुए शामिल……
वीरभद्र सिंह के लंच में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व मंत्री विद्या स्टोक्स, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ,राजेंद्र राणा ,मोहन लाल बरागटा, कुलदीप पठानिया ,पवन काजल ,नद लाल, जगत सिंह नेगी ,हरीश जनारथा ,लखविंदर राणा ,ठाकुर सिंह भरमौरी, चन्द्र कुमार, विनय कुमार, केवल सिंह पठानिया, चेतराम मंडी,पूर्व विधायक टेक चंद डोगरा,प्रकाश चौधरी, जगजीवन पाल,संजय रत्न,गंगू राम मुसाफिर,ज्वाला जीसे संजय रतन, इंद्र दत लखनपाल,अजय बहादुर ,सुंदर सिंह ठाकुर,अनिरुद्ध सिंह, विनय कुमार, हरीश जनारथा,आदित्य विक्रम और यशवंत छाजटा शामिल थे।