एप्पल न्यूज़, संदीप शर्मा किन्नौर
करच्छम बांगतू परियोजना के कक्षस्थल केंप में कामगार द्वारा फंदा लगा कर आत्म हत्या करने मामले में नामजद जेएसडब्लयू के अधिकारियों को तुरंत गिरफतार किया जाए। पुलिस द्वारा इस आत्म हत्या मामले में जेएसडब्लयू जिन दो अधिकारियों का नाम सुसाइड नोट के आधार पर एफआईआर में नामजद किया गया है, उन्हें अभी तक पुलिस हिरासत में नहीं लिया गया है। जिस पर किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने आत्म हत्या मामले में पुलिस कार्यवाही पर सवाल उठाए हैं।
विधायक जगत सिंह नेगी ने मंगलवार को भावानगर स्थित बिजली बोर्ड के परिधी गृह में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मृत्तक ने आत्म करने से पहले सुसाइड नोट में जेएसडब्लयू के दोनो कर्मचारियों के अधिकारियों पर जबरन नौकरी छोड़ने के लिए दबाव बनाने का जिक्र किया है। मृत्तक ने उसमें कहा है कि वह जेएस डब्लयू के दो अधिकारियों द्वारा नौकरी छोड़ने के लिए जबरन इस्तीफा देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। जिस कारण वह आत्म हत्या कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने सुसाइड नोट में नामजद दो अधिकारियों के खिलाफ 306 के तहत मामला दर्ज किया है। बाबजूद इसके पुलिस द्वारा अभी तक जेएसडब्लयू के दोनो अधिकारियों को गिरफतार नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस द्वारा मामले को ढीला करने के लिए अभी तक आत्म हत्या मामले में नामजद जेएसडब्लयू के दोनो अधिकारियों को गिरफतार नहीं किया गया है। इस मामले में ठोस कार्यवाही के लिए दोनो ही नामजद अधिकारियों को तुरंत गिरफतार किया जाए।
इन दोनो अधिकारियों का नाम एफआईआर में दर्ज होने के बाद तुरंत गिरफतार नहीं किए जाने से स्पष्ट है कि पुलिस द्वारा उन्हें केस के सबूत मिटाने के लिए मौका दिया जा रहा है। इस मौके पर निचार खंड कांग्रेस अध्यक्ष वीर सिंह नेगी, कुलवंत नेगी और मान चंद सहित कई लोग मौजूद थे।
बाइट:- जगत सिंह नेगी, विधायक किन्नौर
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