एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल मंत्रिमंडल की अहम बैठक मंगलवार को विधानसभा के बाद आयोजित की गई। कैबिनेट में सरकार ने प्रदेश की सीमाएं खोलने का फैसला लिया है। अब बिना पंजीकरण के कोई भी हिमाचल में आ जा सकता है। प्रदेश में केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन्स ही लागू होंगी। राज्य के बाहरी रूटों पर बसें फिलहाल नहीं चलेंगी लेकिन आवाजाही बाकी किसी माध्यम से की जा सकती है। वन्ही विपक्ष ने सरकार की सुरक्षा करने में असफल बताया है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में पहले प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति का पंजीकरण किया जाता था ताकि हर व्यक्ति कॉन्टैक्ट पता किया जा सके। ओर कोविड की नेगेटिव रिपोर्ट भी जरूरी थी परंतु अब ये शर्ते हटा दी गयी है। उन्होंने कहा कि कोविड का कहर लगातार बढ़ रहा है ऐसे में लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है। अब उन्हीं लोगों को क्वारंटाइन किया जाएगा। जिनको सर्दी ज़ुखाम औऱ बुखार के लक्षण होंगे। जिन लोगों के पास घर में अपनी सुविधाएं है। उनको होम आइसोलेशन में भेजा जाएगा।
वही विपक्ष कोविड काल मे सरकार के निर्णयों को लेकर हमलावर है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार कोरोना से निपटने में असमर्थ रही है। ऐसे में अब सरकार ने प्रदेश के बॉर्डर सभी को खोल दिये है जिससे कोरोना का खतरा और बढ़ गया है। प्रदेश में दस हजार से ज्यादा मामले हो गए है। मौत का आंकड़ा सो से अधिक हो गए है। ऐसे में सरकार ने अपने हाथ खड़े कर दिये है। सरकार अब जयराम भरोसे से राम भरोसे है। ऐसे में सभी अपनी सुरक्षा की स्वयं जिम्मेदार है।