एप्पल न्यूज़, रामपुर बुशहर
हिमाचल प्रदेश दलित शोषण मुक्ति मंच, खण्ड इकाई रामपुर के प्रतिनिधिमंडल ने आशु भारती की अध्यक्षता में हाथरस जिले में उच्च जाति के गुंडों द्वारा दलित लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार और उसकी जघन्य हत्या के विरोध मे तहसीलदार रामपुर के माध्यम से देश के राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया।
आशु भारती ने कहा कि शर्मनाक बात तो यह है कि स्थानीय पुलिस ने इस जघन्य अपराध की एफआईआर दर्ज करने में देरी की और दरिंदगी की शिकार युवती को समय पर पर्याप्त चिकित्सा सुविधा नहीं दिलाई। अंतत जनता के दबाव के कारण युवती को दिल्ली के सफदरज़ंग अस्पताल स्थानांतरित किया गया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
जिला एसपी ने इस कांड पर सबसे आपत्तिजनक बयान दिया और इस बात से ही इनकार कर दिया कि उसकी जीभ काटी गई थी बल्कि उन्होने मीडिया को बताया कि बलात्कार के समय युवती ने अपनी जीभ खुद ही काट ली थी।
यूपी पुलिस के अफसरों को अपनी ड्यूटि न करने और गलत सूचना फैलाने का दोषी ठहराया जाना चाहिए। दिल्ली पुलिस की मदद से उत्तर प्रदेश पुलिस युवती के शव को जबरन ले गई और आधी रात को बगैर पारिवारिक सदस्यों के अंतिम संस्कार कर दिया और परिवार के लोगों को अंतिम संस्कार में शामिल तक नहीं होने दिया। ये उत्तर प्रदेश पुलिस के अन्याय और अमानवीयता का एक और भयानक उदाहरण है।
दलित शोषण मुक्ति मंच यूपी में हुए इस जघन्य अपराध के खिलाफ पूरे प्रदेश में आज विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य है जहां दलितों पर ऊंची जाति के गुंडों के हमले और पुलिसकर्मियों द्वारा अपनी ड्यूटि न निभाने की आपराधिक प्रवृत्ति आम बात है
दलित शोषण मुक्ति मंच मांग करता है कि यूपी में जिला हाथरस के एस पी को तुरंत बर्खास्त किया जाए व गिरफ्तार किया जाए।
बलात्कार व हत्या करने वाले गुंडों को सख्त सजा दी जाए। दलितों को सुरक्षा प्रदान की जाए। इस प्रतिनिधि मण्डल में मोहित नेगी, कुलदीप सिंह, राहुल, साहिल, मंजु ,मनीता, प्रेम लता, चिंता, रजनी, सहमनिया, सुदेश नेगी, हेमंत आदि उपस्थित रहे।