एप्पल न्यूज़, आनी
हर परिवार को अपने घर में नल से पेयजल मिले, इसके लिए केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन योजना लांच की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस योजना का शुभारंभ अगस्त 2019 में किया वहीं प्रदेश सरकार द्वारा सितंबर 2019 में इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए कमर कसी। इस मिशन के तय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार को राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है। जल शक्ति विभाग के मंडल स्तर के प्रयास इसमें सराहनीय रहे हैं। इसी कड़ी में कुल्लू जिला का आनी मंडल भी इस योजना को सिरे चढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है।
योजना लांच होने के बाद जल शक्ति विभाग के आनी मंडल में अभी तक 17316 नलों से पेयजल कनेक्शन लोगों को दिया जा चुका है। विभाग की तरफ से ये कनेक्शन मुफ्त में लोगों के घरों में लगाए जा रहे हैं ताकि लोगों को पेयजल अपने घर में ही उपलब्ध हो सके। इन कनेक्शन को 42 विभिन्न पेयजल योजनाओं से लोगों को लाभान्वित किया गया है। इस कार्य के लिए अनुमानित लागत 76.60 करोड़ रुपए है। एक साल में हजारों पेयजल कनेक्शन जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने के लिए लाभान्वित परिवार विभाग और सरकार के प्रयासों की सराहना कर रहे हैं।
मंडल में कुल 37369 परिवारों का जल शक्ति विभाग की ओर से सर्वे किया गया है, जिस पर विभाग प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहा है। 17316 कनेक्शन स्थापित करने के बाद 17270 और नल से जल का कनेक्शन लगाने के लिए विभाग प्रयासरत है और इस कार्य को भी जल्द पूरा करने के प्रयास जारी है। 8 अगस्त 2022 तक इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। करीब 3 हजार बचे हुए कनेक्शन पर भी विभाग जल्द ही फैसला लेगा। इसके लिए विभागीय बैठकों में अधिकारी औपचारिकताओं के बाद इस पर भी कार्य आरंभ कर देंगे।
इस योजना के तहत प्रदेश सरकार का प्रयास है कि कोई भी परिवार बिना पेयजल कनेक्शन के न रहे। इसके लिए प्रदेश सरकार केंद्र सरकार के सहयोग से हर घर में नल से जल उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस योजना का शुभांरभ इसी उद्देश्य से किया गया था।
जल शक्ति विभाग आनी के अधिशाषी अभियंता आरके कौंडल का कहना है कि प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशों के तहत जल जीवन मिशन को अमलीजामा पहनाने के लिए विभाग प्रयासरत है। विभाग ने आनी मंडल में अभी तक 17316 पेयजल कनेक्शन लोगों के घरों में स्थापित किए हैं, जिससे सभी जरूरतमंद लोगों को घर में ही स्वच्छ पेयजल नल से प्राप्त हो रहा है। योजना के तहत अन्य लक्ष्यों को भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
क्या है जल जीवन मिशन
जल जीवन मिशन की घोषणा अगस्त 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी, इस मिशन का प्रमुख उद्देश्य वर्ष 2024 तक सभी ग्रामीण घरों में पाइप जलापूर्ति (हर घर जल) सुनिश्चित करना है।
जल जीवन मिशन की प्राथमिकता देश भर के सभी भागों में सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना है।
इस मिशन के तहत कृषि में पुन: उपयोग के लिये वर्षा जल संचयन, भू-जल पुनर्भरण और घरेलू अपशिष्ट जल के प्रबंधन हेतु स्थानीय बुनियादी ढाँचे के निर्माण पर भी ध्यान दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जल जीवन मिशन के कार्यान्वयन के लिये जल शक्ति मंत्रालय को नोडल मंत्रालय के रूप में नियुक्त किया गया है। आँकड़े बताते हैं कि भारत में विश्व की कुल आबादी का तकरीबन 16 प्रतिशत हिस्सा मौजूद है, जबकि देश में पीने योग्य जल का मात्र 4 प्रतिशत हिस्सा ही उपलब्ध है।
वहीं लगातार गिरता भू-जल और जल स्रोतों पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव जल संरक्षण में कुछ अन्य चुनौतियाँ हैं, ऐसे में पीने योग्य पानी की मांग और पूर्ति के मध्य संतुलन स्थापित करना सरकार के लिये एक बड़ी चुनौती है।