एप्पल न्यूज़, सुरेन्द्र जम्वाल बिलासपुर
घुमारवी उपमड़ल के साथ लगती पंचायत दकड़ी को नवनिर्वाचित पार्षदों को शपथ ग्रहण का कार्यक्रम नहीं हो सका है जिससे सभी पार्षदों बिना शपथ से ही महरूम रह गए हैं। पूरे प्रदेश में पंचायतों में पार्षदों को शपथ ग्रहण समारोह रखा गया था।इस पंचायत में भी शपथ ग्रहण के लिए उपयुक्त स्थान नहीं मिल पाने के कारण शपथ समारोह नहीं हो सका है।
पंचायत में चुने हुए प्रतिनिधि पिछले कुछ दिनों से स्थानीय प्रशासन जिला प्रशासन व मंत्री राजेन्द्र गर्ग तक के चक्कर काटते रहे ,पर किसी ने भी इन चुने हुए प्रतिनिधियों की एक न सुनी और नवनिर्वाचित पार्षद शपथ लेने से भी वंचित रह गए हैं। दकड़ी पंचायत घुमारवी पंचायत से विभाजित हो कर बनी थी जिससे इस पंचायत का अपना भवन नहीं था। दकड़ी पंचायत के चुने हुए प्रतिनिधि कमरे के लिए दर दर भटकने को मजबूर चुने हुए है।
जानकारी देते हुए उपप्रधान पवन जम्वाल ने कहा कि कुछ दिनों पहले पंचायत इंस्पेक्टर ने घुमारवी पंचायत भवन के दूसरे मंजिल मे कमरा देने के लिए कह दिया और उसके बाद दकड़ी पंचायत प्रधान व उपप्रधान ने मौके पर जाकर उस कमरे में सफाई करवा दी गई थी तथा एक मेज भी रख दिया गया है ।जब बाद में दूसरे दिन गए तो घुमारवी पंचायत के चौकीदार ने कहा कि उप प्रधान ने कमरा देने से मना कर दिया है ।तो चुने हुए प्रतिनिधि दुबारा बी डी ओ से मिले तो वह भी अनाकानी करते रहे तो उसके बाद सभी चुने हुए प्रतिनिधि उपायुक्त बिलासपुर से मिले तो उन्होंने भी पल्ला झाड़ दिया है ।
सोमवार सुबह स्थानीय मंत्री राजेन्द्र गर्ग से मिले तो उन्होंने कहा कि बी डी ओ से जाकर मिल ले वह समाधान कर देगें पर बी डी ओ ने साफ इंकार कर दिया है ।
लोगों व चुने हुए प्रतिनिधियों मे स्थानीय व जिला प्रशासन के प्रति आक्रोश है कि जब पंचायत विभाजन मे घुमारवी पंचायत को दो भागों में बांटा गया था तो दकड़ी पंचायत बनी थी।
घुमारवी पंचायत भवन काफी बड़ा है। चुने हुए प्रतिनिधि आंगनबाड़ी केंद्र मे गए तो वहां पर बच्चों को पढ़ाया जा रहा था जिससे दकड़ी पंचायत के पांच पार्षदों की शपथ नहीं हो सकी है।
नवनिर्वाचित दकड़ी पंचायत के प्रधान मस्त राम राणा ने कहा कि स्थानीय प्रशासन व विभाग का सहयोग नहीं मिलने के कारण शपथ समारोह नहीं हो सका है। सबंधित विभाग ने कोई इंतजाम नहीं किया गया था न ही हमें इस बारे मे लिखित दिया गया था कि आपका शपथ समारोह का स्थान कहाँ पर निश्चित किया गया है ।
एसडीएम शशि पाल शर्मा ने कहा कि ऐसा मामला मेरे ध्यान में नहीं आया है कि दकड़ी पंचायत के चुनींदा पार्षदों को शपथ नहीं दिलवाई गई है।