एप्पल न्यूज, शिमला
भारत सरकार के सार्वजनिक उपक्रम विभाग के सचिव, शैलेश (भा.प्रशा.सेवा) ने एसजेवीएन के शिमला स्थित कारपोरेट मुख्यालय का दौरा किया। एसजेवीएन मुख्यालय में उनके आगमन पर एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, नन्द लाल शर्मा ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। निदेशक (कार्मिक), गीता कपूर, निदेशक (सिविल), एस.पी. बंसल, निदेशक (विद्युत) सुशील कुमार शर्मा भी एसजेवीएन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस अवसर पर मौजूद रहे। सचिव (डीपीई) मार्च 2021 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष की कैपेक्स उपलब्धियों की समीक्षा तथा वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए लक्ष्य के संबंध में आधिकारिक यात्रा पर हैं।
एसजेवीएन कारपोरेट मुख्यालय में उनके दौरे के दौरान एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, नन्द लाल शर्मा ने एसजेवीएन की विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति से उन्हें अवगत करवाया। नन्द लाल शर्मा ने बताया कि वर्तमान में 2016.5 मेगावाट की स्थापित क्षमता के साथ एसजेवीएन सन 2040 तक 25000 मेगावाट क्षमता से युक्त कंपनी बनने की महत्वकांक्षी योजना पर काम कर रहा है। एसजेवीएन देश में एक प्रमुख विद्युत उत्पादक के रूप में उभरा है, जिसकी विद्युत उत्पादन के विभिन्न क्षेत्रों में उपस्थिति है, जिसमें जल विद्युत, पवन, सौर तथा ताप विद्युत शामिल है। कंपनी की विद्युत पारेषण के क्षेत्र में भी उपस्थिति है।
शैलेश, सचिव (डीपीई) ने एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें एसजेवीएन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे और इसमें नन्द लाल शर्मा ने एसजेवीएन द्वारा भारत तथा विदेश में निर्मित की जा रही परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी दी। सचिव (डीपीई) ने एसजेवीएन की प्रशंसनीय उपलब्धियों पर संतोष जाहिर किया और एसजेवीएन द्वारा निर्धारित उन्नतिपरक लक्ष्यों को लेकर प्रसन्नता व्यक्त की।
उन्होंने एसजेवीएन के प्रयासों की सराहना की और सभी कर्मचारियों से आह्वान किया कि वे पूरे जोश के साथ कार्य करें। उन्होंने बताया कि एसजेवीएन प्रबंधन के गतिशील विज़न और मार्ग-निर्देशन में संगठन सन 2023 तक 5000 मेगावाट, सन 2030 तक 12000 मेगावाट और सन 2040 तक 25000 मेगावाट कंपनी बनने के लक्ष्य को निस्संदेह पूरा कर लेगा।
सार्वजनिक उपक्रम विभाग, भारी उद्योग तथा सार्वजनिक उपक्रम मंत्रालय के तहत सभी केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (सीपीएसई) के लिए एक नोडल विभाग है, जो सीपीएसई से संबंधित नीति बनाता है। यह सीपीएसई संबंधी निष्पादनगत सुधार तथा मूल्यांकन, स्वायत्तता तथा वित्तीय प्रत्यायोजन तथा कार्मिक प्रबंधन संबंधी मार्ग निर्देश नीति का निर्धारण करता है। इसके अतिरिक्त यह सीपीएसई के संबंध में कई क्षेत्रों में सार्वजनिक उपक्रम सर्वेक्षण के रूप में सूचनाएं एकत्रित करके अनुरक्षित करता है।