एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल प्रदेश के अस्पतालों में कार्य करने वाले स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों को कोरोना मरीजों के प्रबंधन के दौरान व्यक्तिगत सुरक्षा में उल्लंघन होने पर इस बीमारी से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है। भारत सरकार द्वारा 18 जून, 2020 को जारी इन दिशा-निर्देशों को अब वापिस ले लिया गया है, जिनमें अधिसूचित किया गया था कि कम जोखिम वाले स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं को क्वारंटीन होने की आवश्यकता नहीं है जबकि उच्च जोखिम वाले कार्यकर्ताओं को एक सप्ताह के लिए क्वारंटीन होने के बाद उनका परीक्षण किया जाता था।
स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने यहां बताया कि इन दिशा-निर्देशों में बदलाव किया गया है। अब स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं को क्वारंटीन होने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं के लिए जनवरी, 2021 से टीकाकरण शुरू किया गया था और अब तक अधिकतर कर्मचारियों का टीकाकरण किया जा चुका है।