एप्पल न्यूज़, सुरेन्द्र जम्वाल बिलासपुर
बिलासपुर जिला के उपमड़ल घुमारवी मे हिसंक हुए आवारा बैलों ने दिन प्रतिदिन हर किसी को घायल करना शुरू कर दिया गया है । हालांकि यह कोई बैल के द्धारा घायल करने की पहली घटना नहीं है, पर प्रशासन देखकर भी अपनी आंखें मूंद कर बैठ जाता है । सरकार के दावे धरातल पर धराशायी हो रहे हैं। सड़को पर घुम रहे आवारा पशुओं को गऊ शाला में रखे जाने की बातें हवा हवाई हो रही हैं।
नगर परिषद घुमारवी के वार्ड सात दकड़ी मे सुबह 8 बजे के करीब एक मामला घटित हुआ जब एक वृद्ध अपने घर से कुछ दूर खेतों में काम कर रहा था तो बैल ने अचानक हमला बोल दिया। बैल द्धारा ताबड़तोड़ तरीके से हमला किया गया औऱ व्यक्ति को भागने तक का मौका नहीं मिला।
काफी देर तक हिंसक आवारा बैल हमला करता रहा। जब व्यक्ति के जोर जोर से चीखने चिल्लाने की आवाजें सुनाई दी तो परिजन और गांव के लोग भागे और बहुत ही मुश्किल से बैल के चुंगल से छुड़ाया गया ।बैल के हमले से व्यक्ति बहुत ही गंभीर घायल हो गया जिस पर परिजनों द्धारा तुंरत घुमारवी अस्पताल लाया गया।
प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों के रैफर करने के बाद परिजन निजी उन्हें अस्पताल ले गए जहां कुछ देर बाद व्यक्ति की मौत हो गई।
पीड़ित परिवार व वार्ड के अन्य लोगों ने बताया कि इस बैल ने पहले भी तीन लोगों पर हमला किया था जिससे एक व्यक्ति गंभीर हालत में पीजीआई चंडीगढ़ में उपचार करने के बाद घर लौट आया है ।इस बैल ने लगभग एक महीने के अंदर चार लोगों पर हमला कर दिया जिससे एक दुखद मौत हो गई है ।
लोगों ने स्थानीय व जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि आवारा घुम रहे हिंसक बैलों को पकड़कर गऊ सदनों में भेजा जाए जिससे दोबारा ऐसी घटना न हो ।
व्यक्ति की पहचान कालीदास पुत्र डंडू राम उम्र 70 वार्ड सात दकड़ी के रूप में हुई है। स्थानीय प्रशासन की तरफ से पटवारी द्धारा फौरी राहत के तौर पर बीस हजार रुपए पीड़ित परिवार को दी गई है।