हिमाचल में वादों से मुकरी कांग्रेस, ख़ुद को ठगा महसूस कर रही जनता: अनुराग ठाकुर
एप्पल न्यूज, हमीरपुर
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर हिमाचल प्रवास के दौरान हमीरपुर व ऊना के कुटलैहड़ विधानसभा के त्रिदेव सम्मेलन में बूथ पालक, बूथ अध्यक्ष, बीएलए के साथ संवाद कर आगामी चुनावों को लेकर विस्तृत चर्चा की।
अनुराग ठाकुर बड़सर विधानसभा में आयोजित महिला पहाड़ी संगीत कार्यक्रम में शामिल हुए। इन कार्यक्रमों के दौरान पत्रकारों से वार्तालाप करते हुए अनुराग ठाकुर विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी।
आने वाले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के हिमाचल प्रदेश से शत प्रतिशत जीत को पक्की बताते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, “हिमाचल की जनता आज ठगा हुआ महसूस कर रही है।
कांग्रेस अपने सारे वादों से मुकर चुकी है। लोग आज प्रियंका गांधी का वीडियो दिखा रहे हैं जिसमें उन्होंने 5 लाख नौकरियां देने का वादा किया था। लोग आज इनका घोषणा पत्र दिखा रहे हैं।
मुख्यमंत्री और अन्य कांग्रेसी नेता आज अपने वादों से पूरी तरह मुकर चुके हैं। इससे स्पष्ट होता है कि कांग्रेस सिर्फ चुनाव जीतने के लिए झूठे वादे करती है। और यह सिर्फ इस बार की बात नहीं है।
इससे पूर्व 2003 और 2012 में भी जब कांग्रेस ने सरकार बनाई थी तब भी झूठे वादों पर ही बनाई थी। लोग आज फिर ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं और ठगे हुए लोग अब कांग्रेस को 2024 में ठेंगा दिखाएंगे।”
अनुराग ठाकुर ने आगे त्रिदेव सम्मेलन की जानकारी देते हुए बताया, “भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता प्रधान संगठन है। त्रिदेव पोलिंग बूथ को सशक्त करने वाले हमारे समर्पित कार्यकर्ता हैं।
त्रिदेव सम्मलेन में बूथ पालक, बूथ अध्यक्ष, बीएलए के साथ संवाद कर आगामी चुनावों को लेकर विस्तृत चर्चा की। जिस तरह माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धारा 370 को धराशाई किया, ठीक उसी प्रकार हम प्रत्येक पोलिंग बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का निश्चय लेकर चल रहे हैं। और इसी से भारतीय जनता पार्टी 370 सीटें और एनडीए 400 पार सीटें लाएगी।”
राहुल गांधी द्वारा उत्तर प्रदेश की जनता के ऊपर की गई तथाकथित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, “राहुल गांधी आज अपने होश खो बैठे हैं। उन्हें खुद नहीं पता कि वह कब और किस अवस्था में क्या बयान दे रहे हैं और हंसी के पात्र बन रहे हैं।
उत्तर प्रदेश ने नेहरू गांधी परिवार की चार पीढ़ियों को सांसद चुनकर भेजा है। राहुल गांधी जब से उत्तर प्रदेश से चुनाव हार कर वायनाड से जीते हैं तब से उन्होंने उत्तर प्रदेश के लोगों की बुद्धि पर प्रश्न चिन्ह खड़े करने शुरू कर दिए हैं। इस बार उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुलने वाला।”
आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा” हमारे हिमाचली संस्कृति की रीढ़ हैं हमारी माताएं, बहनें, बेटियां, जो पीढ़ी दर पीढ़ी लोक गीतों, नाटकों और कहानियों के माध्यम से इसे जीवित रखती हैं।
महिला पहाड़ी संगीत प्रतियोगिता इसी को ध्यान में रख कर शुरू की गई है जिसमें पंद्रह से अधिक कार्यक्रम और दस हजार से अधिक उत्साही प्रतिभागियों के साथ यह प्रतियोगिता हिमाचल की सांस्कृतिक विरासत का एक शानदार प्रदर्शन है।
इसमें हर उम्र की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है, जो अपने आप में यह बताता है कि यह सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि सांस्कृतिक पुनर्जागरण का एक आंदोलन है। महिला पहाड़ी संगीत के माध्यम से नई पीढ़ी अपने संस्कृति से रूबरू हो रही है”
अनुराग ठाकुर ने कहा “अगर महिला मंडल और आप जैसी बहनें इस कार्यक्रम में भाग नहीं लेती तो यह कार्यक्रम फीका और अधूरा रह जाता। आपने इस कार्यक्रम में जान फूंक दी है और इसकी शान बढ़ा दी है।
छोटी छोटी बच्चियों से लेकर घर की दादी और नानी में मिलकर एक टीम के रूप में कार्य किया है। यह इस कार्यक्रम की सबसे खूबसूरत बात है। इसमें सास बहू और देवरानी जेठानी की एक साथ मिलकर गा रही थीं।
कुछ महिला मंडलों ने तो बिल्कुल प्रोफेशनल्स की तरह एक गाने से दूसरे गाने पर स्विच करते हुए शानदार प्रस्तुति दी। 7 मिनट के अंदर तीन से चार गानों को गाकर अपने गाने भी बनाना और उन पर नाचना और झूमना बताता है कि आप सभी में कला कूट-कूट कर भरी हुई है। मेरा मन कहता है कि साल में ऐसे कार्यक्रम एक बार अवश्य होने चाहिए”
आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा “इसी प्रकार मैंने युवाओं के लिए सांसद खेल महोत्सव की शुरुआत की ताकि युवा फिट रहें, खेल में कैरियर बनाएं और नशे से दूर रहें।
हमने स्कूल कॉलेज के बच्चों के लिए सांसद भारत दर्शन योजना चलाई ताकि उनको पूरे देश के अलग-अलग राज्यों में घुमाकर भविष्य के लिए तैयार किया जा सके। इसी तरह मैंने क्षेत्र वासियों को स्वस्थ रखने हेतु सांसद मोबाइल सेवा शुरू की।
इसके माध्यम से इस महीने के अंत तक पिछले 6 वर्षों में लगभग 10 लाख लोगों का मुफ्त इलाज, उपचार और जांच हो चुका है। इसी प्रकार छोटे बच्चों की पढ़ाई लिखाई और देखरेख हेतु हमने तीन केंद्रों के साथ एक से श्रेष्ठ कार्यक्रम की शुरुआत की थी, जिसके अब 500 से अधिक केंद्र हो चुके हैं और उसमें 10000 से ज्यादा बच्चे अपना भविष्य संवार रहे हैं।
स्कूल से आने के बाद जरूरतमंद बच्चों एक से श्रेष्ठ कार्यक्रम में जाते हैं और वहां मुफ्त शिक्षा किताबें बैग इत्यादि पाते हैं। और खास बात यह है कि इनमें से कोई भी कार्यक्रम सरकारी नहीं है।
यह सब कार्यक्रम मैं क्षेत्र में घूम कर अपने लोगों की जरूरत के अनुसार शुरू किए। इसके अलावा मैं अपने क्षेत्र और हिमाचल के लिए जो बड़े प्रोजेक्ट्स लाता हूं वह अलग हैं”