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“मुझे जो पद मिला है मैं उसमें खुश हूं”, धर्मशाला स्टेडियम देखने हर साल पहुंचते हैं 5 लाख लोग, “खेल संघों को तय करने दें- उसका मुखिया कौन बने”- अनुराग ठाकुर

स्वागत मेरी उम्मीदों से ज्यादा था, आने में देरी हुई पर प्यार, स्नेह, आशीर्वाद में नहीं, हुजूम असाधारण था जिसे अपनी स्मृतियों में संजो कर जा रहा हूं: अनुराग

हिमाचली संस्कृति को देश दुनिया में पहुंचाने का संकल्प…


एप्पल न्यूज़, शिमला
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि आने में देरी जरूर हुई लेकिन प्यार, स्नेह, आशीर्वाद में कोई कमी नहीं हुई। भारी बारिश के बावजूद लोग हटे नहीं। एक अलग सा लोगों में उत्साह था। भावुकता भी थी गर्म जोशी भी थी। बुजुर्ग भावुक थे और प्रसन्न भी थे। युवाओं में उत्साह था। स्वागत मेरी उम्मीदों से भी ऊपर था। लोगों का इतना अधिक हुजूम अपने आप मे असाधारण था। जिसे अपनी स्मृतियों में सँजो कर जा रहा हूँ।


कोविड़ की महामारी से देश को बाहर निकलने में मोदी ने दिन रात काम किया। देश के प्रति उनका समर्पण अलग लेवल पर है। आत्मनिर्भर भारत बनाना केवल स्लोगन नहीं, सम्भावनाओं को देख कर पीएम काम करते हैं।
आपदा में भी उन्होंने अवसर देखें। ऐसे कई उदाहरण है जिससे देश को आत्मनिर्भर बनने में सहयोग मिला है। 200 आइटम ऐसी है जो मेक इन इंडिया हो। स्पेस का सेक्टर तक लोगों के लिए खोल दिया गया है। उन्होंने कहा कि दूरगामी दृष्टि रखने वाले नेता के साथ काम करने का मौका उन्हें मिल है।

मंत्री बनते ही ओलंपिक शुरू हो गई। कोच से लेकर खिलाड़ी तक की छोटी से छोटी जरूरतों का ख्याल रखा गया। पीएम मोदी भी खिलाड़ियों से व्यक्तिगत रूप से सम्पर्क में रहें।
विकास की यदि बात करें तो दुनिया में भारत ऐसा देश है जहां 55 करोड़ वेक्सीन दी गई वो भी मेक इन इंडिया। 15 हजार करोड़ महामारी से पहले दिया। इसके बाद बच्चों की सेहत को ख्याल रखते हुए तीसरी लहर 23 हजार 123 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि नड्डा के स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए भी इस महकमे में कोई कमी नहीं हुई।

हिमाचली संस्कृति को देश दुनिया में पहुंचाने का संकल्प…
हिमाचल की कला व संस्कृति को दिखाने की बहुत आवश्यकता है। हिमाचल के समृद्ध संस्कृति है फिर चाहे कांगड़ा पेंटिंग हो, नाटी हो, किन्नौर व लाहुल, पहाड़ी संगीत जो आज़ादी से पहले के हैं। ये हमारी विरासत है इसे प्रमोट कर देश व दुनिया के कोने कोने तक पहुंचाने का संकल्प लिया है। युवाओं को इसी तरह अपना एक संकल्प तैयार करना चाहिए।

हिमाचल की संस्कृति को देश दुनियां तक पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी 10 साल के एजेंडे के तहत आगे बढ़ाएंगे।

मुझे जो पद मिला है मैं उसमें खुश हूं

सवाल के जवाब में अनुराग ने कहा कि मुझे जो जिम्मेदारी मिली है इससे बहुत खुश हूं। जो अवसर मिला है उसमें न्याय करके दिखाओं।
पीएम मोदी ने जो विश्वास किया है उस पर खरा उतरना है। खेलों में राजनीति आई तो उसके बाद ही राजनीति में आया।

बता दें कि 5 दिवसीय दौरे में चारों संसदीय क्षेत्र में 8 जिलों के 37 विधानसभा क्षेत्र में 90 कार्यक्रम होंगे।

धर्मशाला स्टेडियम देखने हर साल पहुंचते हैं 5 लाख लोग

अनुराग ठाकुर ने कहा कि धर्मशाला स्टेडियम में हर साल 5 लाख लोग केवल निहारने आते हैं। ये बदलाव एक क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण करने के बाद आई है। शिमला तो फिर भी अंग्रेजों की राजधानी रही है।
खेलों को बढ़ावा देने के लिए NEP में विशेष प्रयास किया गया है। जिसमें शारीरिक, मानसिक विकास को लेकर विशेष प्रावधान है। निर्णय लेने की क्षमता, हार जीत और दृढ़ निश्चय लेने की क्षमता में बढ़ोतरी होगी। खेलों का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। खेलों से खिलाड़ियों का भविष्य सुधारना है।
75 ओलंपियन को अलग अलग स्कूलों में तैनात किया जाएगा ताकि बच्चों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिल सके। हिमाचल के आशीष और वरुण भी 75-75 स्कूलों में जाने का अवसर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि वह जिस पद पर हैं उसमें खुश हैं। जो पद मिला है उसमें न्याय होना चाहिए और कुछ कर गुजरने चाहिए। उन्हें पद की लालसा नहीं हैं। इस पद पर भी चुनौतियां बड़ी हैं। मोदी ने जो विश्वास उन पर जताया है उस पर खरा उतरना है। जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी उसे बखूबी निभाने का प्रयास करूंगा।

खेल संघों को तय करने दें कि उसका मुखिया कौन बने
खेल संघ तय करे कि उसका मुखिया कौन बनेगा। सिर्फ खिलाड़ी ही खेल संघ का मुखिया बने उचित नहीं। ऐसे कई उदाहरण हैं जिसमें खेल का गयं न रखने वाले ने उस खेल को आगे बढाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हां, इन खेल संघों में गलत राजनीति न हो। वह खुद खेल संघ की बदौलत ही राजनीति में आये हैं।

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Breaking - हिमाचल में 28 अगस्त तक स्कूल बन्द, कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी के बीच सरकार ने किया फैसला -

Fri Aug 20 , 2021
एप्पल न्यूज़, शिमला हिमाचल प्रदेश में आगामी 28 अगस्त तक सभी स्कूल बन्द रखने का निर्णय किया गया है। कोरोना महामारी के मामलों में बढ़ोतरी के बीच सरकार ने यह अहम फैसला किया है। वहीं शिक्षकों को स्कूल आना होगा।

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