एप्पल न्यूज़, रामपुर बुशहर
हिमाचल प्रदेश में किसानो की समस्याओ को समझते हुए उन का घर
द्वार पर समाधान करते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एग्रो
इंडस्ट्रीज कार्पोरेशन ने पहल शुरू कर दी है। गांव में बैठे किसान को
कौन सी खेती से जुडी समस्याएं आ रही है। उन का कैसे निराकरण हो सकता है।
इसे ले कर एग्रो इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक जे एम् पठानियां इन दिनों
प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जा कर किसानो से फीड बैक ले रहे है ताकि
कार्पोरेशन उसी आधार पर अपना नेटवर्क स्थापित कर सके।
एग्रो इंडस्ट्री कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक जे एम् पठानिया ने रामपुर में किसानो से बैठक लेते हुए बताया की किसान बागवान को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
इसी सिलसिले में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में जाकर बैठकों का आयोजन किया जा रहा है. एग्रो इंडस्ट्रीज का उद्देश्य है किसानों की उत्पादकता के साथ उनके आया के साधन सृजित किये जाए।
उन्होंने कहा किसानों से फीडबैक के दौरान चार बातें किसानों द्वारा प्रमुखता से रखी गई। जिसमें किसानों को प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है, इसके लिए एग्रो इंडस्ट्री कॉरपोरेशन द्वारा ट्रेनिंग सेंटर खोले जाएगा।
इसी तरह मृदा परीक्षण और फसलों को लगने वाली बीमारियों को ध्यान में रखते हुए सॉइल टेस्टिंग की सुविधा एग्रो इंडस्ट्रीज तीन स्थानों पर हेल्थ क्लीनिक खोलेगी।
जहां किसान एप के माध्यम से ऑनलाइन अपने खेतो में मिटटी और बीमारी की तमाम जानकारियां ले सकेगा। मृदा के लिए एग्रो इंडस्टरीज कॉरपोरेशन के वॉलिंटियर्स स्वयं मौके पर जाकर मृदा एकत्रित करेंगे और उसके बाद प्रयोगशाला पहुंचायेगे।
इसके अलावा फार्मर इनपुट और टेक्नोलॉजी को भी बढ़ावा दिया जाएगा। इसे ध्यान में रखते हुए कार्पोरेशन ने दो ऑर्डर किये है।
वे चाहते है की विश्व की नवीनतम और सशक्त तकनीक और खेती करने के तरीको को हिमाचल के ग्रामीण किसानो तक पहुंचाया जाए।