एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमालय साहित्य संस्कृति मंच के अध्यक्ष व साहित्यकार एस.आर.हरनोट और क्रिएटिव राइटर फॉर्म के अध्यक्ष व सेतु पत्रिका के संपादक डॉ.देवेंद्र गुप्ता ने नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल से मुलाकात की और उन द्वारा शिमला रिज पर स्थित पुस्तकालय को वरिष्ठ नागरिक क्लब व पुस्तकालय में परिवर्तित करने के निर्णय का स्वागत किया।
दोनों साहित्यकारों ने उनसे आग्रह किया कि इस योजना को वरिष्ठ नागरिकों के हित में शीघ्र कार्यन्वित करें। इस आशय से महापौर को एक पत्र भी दिया। यह जानकारी आज शिमला में जारी संयुक्त प्रैस विज्ञप्ति में हरनोट और देवेंद्र गुप्ता ने मीडिया को दी।
उन्होंने बताया कि महापौर श्रीमती कौंडल ने इस मुलाकात में जानकारी दी कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए इस क्लब में न केवल बैठने, पुस्तकें पढ़ने और जलपान की बेहतरीन व्यवस्था होगी बल्कि रानी झांसी पार्क में जो निगम की चिकित्सा लैब बन रही है उन्हें हेल्थ चेकअप की भी सुविधा उपलब्ध रहेगी।
इस परियोजना के लिए पहले ही ढाई करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध करवा दी गई है और जितनी जल्दी शिक्षा विभाग इसे खाली करेगा, इस भवन के हेरिटेज स्वरूप को बरकरार रखते हुए निचली मंजिल में वरिष्ठ नागरिक क्लब बनाया जायेगा और ऊपरी मंजिल में बच्चों का पुस्तकालय यथावत रहेगा।
उन्होंने यह भी बताया कि यदि यह कार्य इस वित्तीय वर्ष में नहीं हुआ तो राज्य से यह पैसा केंद्र को वापिस हो जायेगा जो सरकार और निगम के लिए अपमान की बात होगी।
एस आर हरनोट और डॉ. देवेंद्र गुप्ता ने उनकी बात से सहमति जताते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर और कैबिनेट मंत्री तथा स्थानीय विधायक सुरेश भारद्वाज से निवेदन किया है कि शिक्षा विभाग को इस भवन को शीघ्र खाली करने के निर्देश दिए जाएं ताकि वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह सुविधा शीघ्र उपलब्ध हों।
उन्होंने स्मरण करवाया कि शिक्षा विभाग ने विधान सभा के पास स्थित नव निर्मित अंबेडकर पुस्तकालय में पहले ही बच्चों के लिए काफी बड़ा पुस्तकालय खोल दिया है इसलिए विभाग जल्दी रिज स्थित इस भवन को खाली करें न कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वीकृत इस क्लब वी पुस्तकालय के कार्यान्वयन में रोड़ा न बने।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि ढाई करोड़ रूपए लेप्स होते हैं तो इसका उत्तरदायित्व शिक्षा विभाग का होगा।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए ये शिमला में बहुत बड़ी सुविधा होगी जिसमें उनके जलपान के लिए सरकार केंद्र के माध्यम से प्रति माह एक लाख रुपए की राशि भी उपलब्ध करवाती रहेगी। हिमालय मंच के अध्यक्ष और सेतु पत्रिका के संपादक ने बताया कि वे शीघ्र शिक्षा मंत्री और सचिव को भी इस संदर्भ में मिलकर ज्ञापन देंगे।