एप्पल न्यूज़, शिमला
अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन के चेयरमैन तथा लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला अपराह्न 1 बजकर 40 मिनट पर हेलीकॉप्टर द्वारा शिमला अनाडेल हैलीपैड पहुंचे। हिमाचल प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने गर्मजोशी के साथ उनका हैलीपैड पर स्वागत किया।
अध्यक्ष विधान सभा के अतिरिक्त संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज, विधान सभा उपाध्यक्ष डॉ0 हंस राज, मुख्य सचेतक बिक्रम सिंह जरयाल, उप मुख्य सचेतक कमलेश कुमारी, डी0 जी0 पी0 हिमाचल प्रदेश संजय कुंडु, जिलाधीश शिमला आदित्य नेगी, एस0 पी0 शिमला, डॉ0 मोनिका भटुंगरू, तथा विधान सभा सचिव यशपाल शर्मा भी लोक सभा अध्यक्ष की अगवानी करने मौजूद थे।
हेलीपैड पर ढोल नगाड़े तथा अन्य वाद्य यन्त्रों के साथ लोक सभा अध्यक्ष का स्वागत किया गया । गौरतलब है कि बिरला 82वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेने शिमला पहुंचे है।
इस अवसर पर परमार ने हैलीकॉप्टर से शिमला पहुंचे राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश, तामिलनाडू, राजस्थान, हरियाणा तथा उड़ीसा के विधान सभा अध्यक्षों का भी गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया। विपिन सिंह परमार ने कहा कि कल ओम बिरला सम्मेलन का शुभारम्भ करेंगे।
परमार ने कहा कि बिरला कल लोक सभा सचिवालय तथा हिमाचल प्रदेश सरकार के निगमों तथा ग्रामीण विकास विभाग द्वारा लगाई गई प्रर्दशनियों का भी शुभारम्भ करेंगे। परमार ने कहा कि उदघाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश तथा नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ,उपाध्यक्ष डॉ0 हंस राज, माननीय मंत्री परिषद के सदस्य, विधान सभा सदस्य, सभी राज्यों के पीठासीन तथा उप पीठासीन अधिकारी, लोकसभा सांसद , पूर्व विधान सभा अध्यक्ष, पूर्व उपाध्यक्ष भी शामिल होंगे।
परमार ने कहा कि कल के सम्मेलन में दो महत्वपूर्ण विषयों 1. शताब्दी यात्रा समीक्षा और भविष्य की कार्य योजना 2. पीठासीन अधिकारियों का संविधान सदन और जनता के प्रति दायित्व पर गहन चर्चा की जायेगी। उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य है कि हम शताब्दी वर्ष समारोह शिमला में मना रहे है तथा यह 1921 में आयोजित समारोह की याद को भी ताजा करेगी।
परमार ने कहा कि सम्मेलन के लिए विधान सभा सचिवालय को दूल्हन की तरह सजाया गया है तथा सभी के खाने पीने की भी बेहतरीन व्यवस्था की गई है। श्री परमार ने कहा है कि सभी को पर्यटन की दृष्टि से मशहूर स्थलों कुफरी, नालदेहरा, चायल तथा अन्य प्रमुख मंदिरों में दर्शन हेतु ले जाया जायेगा ताकि वे शिमला की यादों को समेट कर जा सके ।
इसके अतिरिक्त आज विधान सभा में 58 वें सचिवों के सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। जिसमें 23 राज्यों के सचिवों ने भाग लिया। हिमाचल प्रदेश विधान सभा सचिव यशपाल शर्मा ने अपना स्वागत सम्बोधन दिया तथा इस अवसर पर सम्मेलन को लोक सभा तथा राज्य सभा महा-सचिवों द्वारा भी सम्बोधित किया गया।
इस सम्मेलन में चार महत्वपूर्ण विषयों 1. सदन में वाद-विवाद तथा चर्चा को और उपयोगी बनाने हेतु सदस्यों का क्षमता निर्माण 2. समिति की ऑनलाईन बैठक सदन की आवश्यकता, चुनौतियां और आगे का रास्ता 3. प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों में एकरूपता रखने की आवश्यकता 4. विधान मण्डलों के विशेषाधिकार तथा सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत दायित्व पर चर्चा की जा रही है।