IMG_20220716_192620
IMG_20220716_192620
previous arrow
next arrow

विश्वास, भक्ति, आनंन्द का प्रतीक 74वां वार्षिक निरंकारी संत समागम 27 से 29 नवंबर तक, मानवता का अनुपम संगम देखने को मिलेगा

एप्पल न्यूज़, शिमला

सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की कृपा से 74वां वार्षिक निरंकारी संत समागम 27, 28 और 29 नवंबर को आयोजित होगा। जिसमें विश्वभर के प्रभु प्रेमियों के लिए खुशियों भरा अवसर होता है जहां मानवता का अनुपम संगम देखने को मिलता है।

निरंकारी मिशन आध्यात्मिक जागरूकता द्वारा संपूर्ण विश्व में सत्य, प्रेम एवं एकत्व के संदेश को प्रसारित कर रहा है जिसमें सभी अपनी जाति, धर्म, वर्ण, रंग, भाषा, वेशभूषा एवं खान-पान जैसी भिन्नताओं को भुलाकर, आपसी प्रेम एवं मिलर्वतन की भावना को धारण करते हैं। कोविड के चलते लगभग सभी राज्यों व शहरो में अभी सामाजिक सम्मेलनों पर अधिक संख्या में एकत्र होने पर रोक लगी हुई है। अतः समागम को वर्चुअल रूप में ही देख पाएंगें।

निरंकारी संत समागम की तैयारियां इस वर्ष वर्चुअल रूप में पूर्ण समर्पण भाव एवं सजगता के साथ की जा रही हैं जिसमें संस्कृति एवं संप्रभुता की बहुरंगी छठा इस वर्ष भी दर्शायी जायेंगी। इस वर्ष के निरंकारी संत समागम का शीर्षक-‘विश्वास, भक्ति, आनंन्द’ विषय पर आधारित है जिसमें विश्वभर से वक्ता, गीतकार तथा कविजन अपनी प्रेरक एंव भक्तिमय प्रस्तुति व्यक्त करेंगे।

‘विश्वास, भक्ति और आनंद’ आध्यात्मिक जागृति का एक ऐसा अनुपम सूत्र है जिस पर चलकर हम इस परमात्मा का न केवल साक्षात्कार प्राप्त कर सकते है अपितु इससे इकमिक भी हो सकते है। इस सूचना से समस्त साध संगत में जहां हर्षोल्लास का वातावरण है वहीं सभी भक्तों ने निरंकार की रज़ा में रहकर इसे सहज रूप में स्वीकार भी किया है।

संपूर्ण समागम का सीधा प्रसारण मिशन की वेबसाईट पर तथा साधना टी.वी. चैनल के माध्यम द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा। मिशन के इतिहास में ऐसा प्रथम बार होने जा रहा है, जब वर्चुअल समागम का सीधा प्रसारण किया जा रहा हो। समागम के तीनों दिन सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज अपने पावन प्रवचनों द्वारा मानवमात्र को आशीर्वाद प्रदान करेंगे।

इस वर्ष का समागम पूर्णतः वर्चुअल रूप में आयोजित किया जा रहा है, किन्तु इसे जीवन्त स्वरूप देने के लिए मिशन द्वारा दिन-रात अथक प्रयास किये जा रहे हंै ताकि जब इसका प्रसारण किया जाये तब इसकी अनुभूति प्रत्यक्ष समागम जैसी ही हो और सभी इसका आनंद प्राप्त कर सके। यह सब सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज के दिव्य मार्गदर्शन द्वारा ही संभव हो पाया है।

जैसा कि सर्व विदित ही है कि मिशन का प्रथम निरंकारी संत समागम सन् 1948 में बाबा अवतार सिंह जी की दिव्य उपस्थिति में हुआ। यद्यपि संत निरंकारी मिशन का आरम्भ बाबा बूटा सिंह जी के निर्देशन में हुआ जिसे गुरमत का रूप देकर बाबा अवतार सिंह जी ने आगे बढ़ाया।

निरंकारी संत समागम को व्यवस्थित, सुसज्जित तथा प्रफुल्लित करने का श्रेय युगप्रवर्तक बाबा गुरबचन सिंह जी को जाता है। तदोपरान्त युगदृष्टा बाबा हरदेव सिंह जी ने न केवल समागम को अन्र्तराष्ट्रीय स्वरूप प्रदान किया, अपितु ‘एकत्व’ के आधार पर ‘वसुदैव कुटुम्बकम्’ और ‘दीवार रहित संसार’ की सोच के साथ ‘यूनिवर्सल ब्रदरहुड’ की पहचान देकर, संसार को जाति, धर्म, वर्ग, वर्ण, भाषा और देश की विभिन्नताओं से ऊपर ‘अनेकता में एकता’ का दर्शन कराया।

वात्सल्य एवं मातृत्व की साक्षात् मूर्ति माता सविन्दर हरदेव जी ने एक नये युग का सृजन किया और ‘युगनिर्माता’ के रूप में प्रकट होकर अपने कत्र्तव्यों को पूर्ण रूप से निभाया।

वर्तमान समय में सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज नयी सोच, एकाग्रता और सामुदायिक सामंजस्य की भावना के साथ इसे आगे से आगे बढ़ा रहे हैं। इस प्रकार ‘निरंकारी संत समागम’ अनेकता में एकता का एक अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करता है।

Share from A4appleNews:

Next Post

व्यापारी से मारपीट के विरोध में बद्दी में व्यारियों ने किया प्रदर्शन, पूर्व विधायक ने दोषियों के खिलाफ की कड़ी कार्रवाई की मांग

Sun Nov 21 , 2021
एप्पल न्यूज़, अनवर हुसैन बद्दी बद्दी के व्यापारी पूर्व विधायक चौधरी राम कुमार व वार्ड पार्षद सुरजीत चौधरी के नेतृत्व में लेबर चौक के समीप एकत्रित हुए और जीएसटी अधिकारियों की ओर से कोरोबारी के साथ हुई मारपीट के विरोध में जम कर नारेबाजी की। इस दौरान व्यापारियों ने इस […]

You May Like

Breaking News