एप्पल न्यूज़, रामपुर बुशहर
पूर्व मुख्यमंत्री स्व वीरभद्र सिंह के गृह क्षेत्र रामपुर बुशहर में चार जिलों के एकमात्र मुख्य खनेरी अस्पताल में मरीजों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. आलम यह है कि इस बड़े अस्पताल में एक एक्स-रे मशीन तक नहीं जहां मरीजों का एक्स-रे करवाकर उनका उपचार शुरू किया जा सके. बाईट 8 माह से यहां एक्स-रे मशीन खराब पड़ी है. मजाल है कोई इसे ठीक कर दे। हाँ कोरे आश्वासन जरूर मिलते रहते हैं।
रामपुर बुशहर में बड़ी संख्या में लोग जिला शिमला के ऊपरी क्षेत्र, कुल्लू, किन्नौर, काज़ा और करसोग क्षेत्रों से आते हैं। लेकिन स्वास्थ्य सुविधाएं न मिलने पर मजबूरन निजी अस्पतालों में लुटना पड़ता है या फिर 5 घंटे की यात्रा कर शिमला पहुंचना पड़ता है।

बीती शाम को कुरनू के समीप एक सड़क हादसे में 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जैसे ही उन्हें उपचार के लिए खनेरी अस्पताल लाया गया, लेकिन उपचार नहीं मिला क्योंकि यहां एक्स-रे मशीन ही चालू नहीं थी. न उपचार मिला न ही एम्बुलेंस।
तीमारदारों व् स्थानीय लोगों ने निजी वाहन में हादसे के घायलों को एक्सरे के लिए निजी लैब ले जाना पड़ा और फिर रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टर को दिखने के बाद ही उपचार शुरू हो पाया।
ऐसी विडंबना उस अस्पताल की जहाँ से प्रदेश को 6 बार के मुख्यमंत्री स्व वीरभद्र सिंह मिले। यह वही जगह है जहां से पूर्व की पांच साल की सरकार में मुख्य संसदीय सचिव स्वास्थ्य नंद लाल रहे। वर्तमान में भी सांसद प्रतिभा सिंह का यह गृह क्षेत्र है बावजूद इसके कोई इस अस्पताल की सुध नहीं लेता केवल और केवल राजनितिक उल्लू सीधा करने के आलावा कोई काम नहीं कर रहा है.
विधायक की तो यह स्थिति है कि जनता की आवाज तक बुलंद नहीं करते, अन्यथा यहां पर लोगों को उपचार के लिए ऐसी बेकद्री न झेलनी पड़ती। बीते कई वर्षों से यहां पर आधुनिक एक्सरे मशीन लगाने की घोषणा हो रही है लेकिन ऐसा लगता है वह मशीन किसी दूसरी दुनियां में बन रही है जो यहां पहुंच ही नहीं पा रही है।