एप्पल न्यूज़, रामपुर बुशहर
CPM लोकल कमेटी रामपुर ने कोरोना माहमारी के शुरूआत में लगे लॉक डाउन से ग्रामीण क्षेत्रों के बस रूटों व रविवार के दिन सभी बन्द किये लोकल बस रूटों को बहाल करने की मांग को लेकर एच आर टी सी क्षेत्रीय प्रबंधक रामपुर व प्रदेश सरकार के खिलाफ रामपुर बस स्टेण्ड पर प्रदर्शन किया।
इस प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए सीपीएम लोकल कमेटी रामपुर के सचिव कुलदीप सिंह, दिनेश मेहता, बिहारी सेवगी, प्रेम चौहान, रंजीत ठाकुर, योगेंद्र ने कहा कि कॅरोना महामारी की आपदा को हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा अवसर के रूप में खूब इस्तेमाल किया और नवउदारवादी नीतियों को लागू करके आम जनता को राहत देने के बजाए प्रदेश सरकार द्वारा आम जनता को दी जा रही सेवाओं में कटौती करके आम जनता के जीवन में जो पहले ही कोरोना माहमारी की बजह से आर्थिक संकट से जूझ रही है पर और आर्थिक बोझ डाला गया है।

ग्रामीण क्षेत्र के बस रूटों जिसमें रामपुर, निरमण्ड , ननखड़ी व कुमारसैन आदि क्षेत्रों में कॅरोना को फैलने से रोकने के लिए लगे 2020 में लोक डाउन के चलते बन्द किया था उसमें से कुछ रुट अभी तक भी बहाल नहीं किये गए जब सारी पाबंदियां बहुत पहले ही हटा दी गई थी तो फिर रविवार के दिन कोई भी लोकल बस रूट अभी तक बहाल क्यों नहीं किया गया।
जिससे मजदूरों, छात्रों, और किसानों को सरकारी परिवहन के साधन न मिलने के कारण लूट के लिए प्राइवेट गाडियों पर निर्भर होना पड़ रहा है और आम जनता को लोकल बस न चलने से बहुत आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। जहां 30 रुपये बस किराया लगता है वहाँ 500 रुपये प्राइवेट को देने पड़ रहे हैं।
प्राइवेट ऑपरेटर के साथ सरकार की मिलीभगत होने के कारण फायदे वाले बस रूटों से सरकारी बस को हटाकर प्राइवेट ऑपरेटर को रुट देकर फायदा पंहुचाने के लिए उन बस रूटों को निजी ऑपरेटर के हवाले प्रदेश की सरकार कर रही।

प्रदेश की सरकार द्वारा पब्लिक ट्रांसपोर्ट को मजबूत करने के लिए जानबूझकर कोई प्रयास नहीं किये जा रहे हैं कई बस खराब होकर खड़ी हुई है जो छोटी छोटी खराबी के कारण जिसके लिए डिपो के पास प्रदेश सरकार द्वारा समान उपलब्ध नहीं किया गया है। जो बसें चल भी रही है उनकी स्थिति ठीक नहीं है कई बसों में शीशे नहीं है और कई बसों में तो बारिश के दिन बसों के अंदर पानी टपकता है सर्दियों के मौसम में इतनी बसों की बदहाल स्थिति को ठीक नहीं करके आम जनता को परेशानियों को झेलना पड़ रहा है।
परंतु रामपुर डिपो द्वारा इनको ठीक नहीं किया जा रहा है। ताकि सरकारी परिवहन से लोगों का मोह भंग हो और निजी ऑपरेटर को अधिक फायदा हो।क्षेत्र में रोड की कनेक्टिविटी बढ़ रही दूसरी तरफ सरकारी बस रूटों को कम करने का मकसद सरकार द्वारा पब्लिक ट्रांसपोर्ट को सीधी तौर पर कमजोर करके इसको निजीकरण करने की नीति की ओर सरकार अपने कदम बढ़ा रही है ।
रामपुर बस डिपो के अंदर जयराम सरकार के दौरान एक भी नई बस नहीं आई है। जो बसें खराब हुई है उनको ठीक नहीं किया जा रहा है।जिसके चलते चल रहे कई बसों के रूट बन्द किये गए है। खराब पड़ी पड़ी बसों को ठीक करने व नई बस क्षेत्र के लिए नहीं देने, क्षेत्र में चल रही बसों का रास्ते में खराब होने से लोगों को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इससे साफ यह लगता है कि प्रदेश सरकार के द्वारा एच आर टी सी को कमजोर करके आम जनता को निजी ऑपरेटर व टेक्सी के हवाले करके आर्थिक बोझ डालने का काम कर रही है। सीपीम लोकल कमेटी ने क्षेत्रीय प्रबंधक को चेतावनी दी है कि यदि बन्द पड़े रूटों, रविवार के दिन सभी लोकल बसों को चलाने व निर्धारित समय में ही बसों को चलाने को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो जनता को लामबंद करते हुए उग्र आंदोलन किया जाएगा।
इस प्रदर्शन में साहिल, अमन, प्रियंका, कुलदीप, कबीर, रविन्द्र, नीमू, सामी राम, हरदयाल, चुनी लाल, लता, नरेश, मोहित, राजेश, अनिल, मनोज आदि उपस्थित रहे।