एप्पल न्यूज़, शिमला
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि वीरभद्र सिंह भले ही 6 बार सीएम बने लेकिन कभी रिपीट नहीं कर पाए। सीएम इसलिए बने क्योंकि उनकी पार्टी में कोई बड़ा नेता नहीं बन पाया। लेकिन जयराम ठाकुर रिपीट करेंगे।
उन्होंने कहा कि आगे भी हिमाचल सरकार इसी तरह आम, गरीब, किसान बागवान और हर वर्ग के हिट में काम करती रहेगी और 2022 में फिर से भाजपा की जयराम सरकार बनेंगी।
उन्होंने कहा कि महंगाई केवल प्रदेश का मसला नहीं। केवल भारत एकमात्र देश है जहां फ्री वैक्सीनेशन लगाई जा रही है जिसमें विकास का पैसा ही लगा है। बावजूद भारत की इकोनॉमी फास्टेस्ट ग्रोइंग है। जल्द इसका भी समाधान होगा।
कांग्रेस जब चारों लोकसभा सीटें और 68 विधानसभा हार गए थे तब क्या बोले थे आज नशे के सौदागर और भ्रष्टाचार करने वाले बोलते रहेंगे जब उनकी सरकार थी तब क्या किया। कांग्रेस वाले क्या बोलते हैं वह नहीं जो जनता बोलती है वह मायने रखती है। चुनाव हार जीत से कुछ नहीं होता धरातल पर क्या हो रहा है इस पर ध्यान दें।
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि पहली कैबिनेट बैठक से ही जनकल्याण की योजनाओं को लागू करना शुरू कर दिया था। पहला ही निर्णय पेंशनधारियों के लिए था और आयु सीमा को 80 से 70 वर्ष कर दिया। अब बिजली की 60 यूनिट फ्री और मीटर रेंट भी नहीं लिया जाएगा। और इसके बाद एक यूनिट का 1.90 रुपये से हटाकर एक रुपया प्रति यूनिट होगा।
राशन कार्ड के आधार ऑथेंटिकेशन के 25 पैसे भी माफ कर दिए हैं। गृहणी सुविधा योजना में हर गृहणी को चूल्हा और सिलेंडर प्रदान किए गए। आयुष्मान भारत से देशभर के 10 करोड़ परिवारों को लाभान्वित किया गया। हिमाचल सरकार ने एक कदम आगे बढ़ते हुए हिम केयर योजना लाई और छूटे लोगों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया गया।
स्वास्थ्य क्षेत्र में पीर प्रदेश में 2017 तक 2 मेडिकल कालेज थे अब 6 कालेज अच्छी सुविधाओं के साथ चल रहे हैं। एम्स और टांडा मेडिकल कालेज के श्रेय जगत प्रकाश नड्डा को जाता है। जिससे लोगों को घर द्वार सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं। वहीं दूरदराज क्षेत्रों में भी डॉक्टर पहुंच सके।
ऑक्सीजन प्लांट पूरे प्रदेश में 46 कार्यरत हैं जबकि 2017 से पहले मात्र 2 प्लांट थे। IGMC में ही 1775 सिलेंडर भरे जाते हैं। इसका लाभ बीमार लोगों की रोकथाम में होगा।
शिक्षा क्षेत्र में बेहतर कार्य हुआ और अभिभावकों ने निजी स्कूलों से बच्चे निकालकर सरकारी स्कूलों में भेजे है।
हिमाचल सरकार की लचर आर्थिक स्थिति के बावजूद हिमाचल के कर्मचारी हाइएस्ट पेड हैं और पंजाब पे स्केल दिया गया। साथ ही केंद्र की तर्ज पर 31% DA दिया जा रहा है। 13,500 PTA और PAT को नियमित किया जबकि पूर्व के मुख्यमंत्री पार्टियां तो करते रहे लेकिन इन्हें नियमित न कर पाए। ये काम जयराम ठाकुर ने किया।
अब विभिन्न विभागों में सेवारत आउटसोर्स कर्मचारियों के शोषण को रोक गया। इस सरकार ने कैबिनेट सब कमेटी बनाकर मामले की छानबीन की जा रही है और शोषण को रोक जाएगा। जबकि पूर्व की सरकार ने पार्टी करने और मुकुट पहनने का ही काम किया।
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि नशा रोकने के लिए हिमाचल सरकार ने विशेष प्रयास किए और नीति लाई। रोजगार व स्वरोजगार में भी सरकार ने लम्बी छलांग लगाई। 2012 से 17 तक केवल 6000 शिक्षक भर्ती किए जबकि 2017 से अब तक 24000 विभिन्न श्रेणियों के शिक्षको की भर्ती की गई है। मुख्यमंत्री स्टार्टअप और स्वावलम्बन योजना से युवाओं को लाभ दिया।
पर्यटन क्षेत्र में 1900 करोड़ की नई योजनाएं ADB से मंजूर की गई। जिससे हर सर्किट को बढ़ावा मिलेगा। आवास योजनाओं से 6,198 ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को लाभान्वित किया। शहरी क्षेत्रों में गारंटी योजना से शहरी बेरोजगारों को लाभ मिला जो देश का पहला प्रदेश बना।
वैक्सीनेशन क्षेत्र में पहली और दूसरी डोज लगाने वाला पहला राज्य बना। नतीजतन तीसरी लहर में हॉस्पिटलाइजेशन की जरूरत नहीं पड़ी।
इस बार भारी बर्फबारी के बावजूद पूरे प्रदेश के सड़क मार्ग 2 घण्टे से एक दिन के भीतर खुल गए और बिजली भी ज्यादा समय बन्द नहीं रही। रोहड़ू और चौपाल जैसे क्षेत्रों में भी बिजली बाधित नहीं रही। ये गुड़ गवर्नेंस के उदाहरण है कि सरकार जनता के लिए कितना बेहतर काम कर रही है। पानी की कमी नहीं रही। हर घर मे नल से जल में भी हिमाचल नम्बर वन रहा है।