एप्पल न्यूज़, शिमला
रोगी कल्याण समिति के तहत आईजीएमसी शिमला में सेवाएं दे रहे कर्मचारियों को रेगुलर पे स्केल मिलेगा। जिन कर्मचारियों को रोगी कल्याण समिति के तहत दिसम्बर 2021 में 8 साल सेवाएं देते हो चुके हैं उन्हें रेगुलर पे स्केल का वित्तीय लाभ देने को लेकर बुधवार को आरकेएस की बैठक में मंजूरी मिल गई है।
इस निर्णय से 53 कर्मचारियों को रेगुलर कर्मियों के बराबर वेतन मिलेगा। इसमें डाटा ऑपरेटर, डार्क रूम असिस्टेंट, आईटी व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शामिल है।
इसके अतिरिक्त बैठक में करीब 40 कर्मचारी जो पहले से रेगुलर के बराबर वेतन ले रहे हैं उन्हें पंजाब पे स्केल देने की मंजूरी मिली है। इसमें वर्ष 2016 में 8 साल पूरे कर चुके 39 कर्मचारी व 2020 से 1 कर्मचारी रेगुलर पे स्केल ले रहे हैं।
आईजीएमसी में स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल की अध्यक्षता में आयोजित आरकेएस की मीटिंग में कर्मचारियों की मांगों पर मुहर लगने के अलावा अन्य कई बिंदुओं पर भी चर्चा हुई है। मरीजों को सुविधाएं देने के मकसद से आइजीएमसी की इमरजेंसी लैब में नए टेस्ट की सुविधा भी जुड़ी है जिस पर भी बैठक में निर्णय हुआ है।
आईजीएमसी आरकेएस कर्मचारियों का कहना है कि आरकेएस की बैठक में कर्मचारियों से जुड़े 2 मुद्दे लगे थे, दोनों मांगों को स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक में मंजूरी दी है। पहली मांग थी कि 8 साल पूरे कर चुके 53 कर्मियों को रेगुलर पे स्केल दिया जाए।
जबकि दूसरी मांग पहले से रेगुलर पे स्केल ले रहे कर्मियों को पंजाब पे स्केल देने की थी। जिसे सरकार ने मान लिया है। आरकेएस कर्मियों ने इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री व अधिकारियों का आभार जताया है।
साथ ही अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला शिमला उपप्रधान हरिंद्र मेहता का भी आभार जताया है। जो आइजीएमसी कर्मचारियों की मांगों को सरकार के समक्ष उठाते रहे हैं।