शर्मा जी, एप्पल न्यूज़, रामपुर बुशहर
ऐतिहासिक फ़ाग मेले में इस वर्ष दशकों बाद पहली नोग वैली की चारों ठहरी के चारों देवता एक साथ पहुँचकर शोभा बढ़ा रहे हैं। देवता दोगणु लालसा, दमुख डंसा, झारू नाग शनेरी और देवता यज्ञेश्वर शिंगला एक साथ मेले में पहुंचे, साथ बैठे और शाम को एक साथ पहली बार श्री सत्यनारायण मंदिर में विश्राम के लिए भी साथ आये। इस भव्य संगम को देखने के लिए नोग वैली के रामपुर बुशहर में रहने वाले सभी लोग परिवार सहित शामिल हुए।
इस मौके पर मंदिर परिसर श्रद्धालुओं से भर गया और देवता के जयकारों से गूंज गया। यहां पर देव गीतों से देवताओं का स्वागत किया गया और विधिपूर्वक पूजा अर्चना के बाद आरती उतारी गई।
इसी बीच देवता जाख रचोली भी चारों देवता के साथ ही मंदिर पहुंचे जबकि देवता धारा सरगा पहले से ही मंदिर में स्थान ग्रहण किए थे। मंदिर में एक साथ 6-6 देवताओं का देवनृत्य, देव गीत और आरती का अनूठा संगम हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर रहा था।
साथ ही आस्था के सैलाब में धार्मिक परम्पराओं और नैतिक मूल्यों को भी संजोए रखने की दिशा में एक यादगार इतिहास बन रहा था। वाकई इस अनूठे क्षण के साक्षी बनकर सभी भाव विभोर हो रहे थे और देवताओं का आशीर्वाद पाने को लालायित थे।
मंदिर कमेटी के ट्रस्टी एडवोकेट विनय शर्मा ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताया और कहा कि भगवान श्री सत्यनारायण जी की कृपा से ही यह सब सम्भव हुआ जब एक साथ 6 देवता मंदिर में पधारे। यह क्षण आजीवन यादगार रहेगा।