एप्पल न्यूज़, रामपुर बुशहर
शिमला जिला के रामपुर बुशहर में जिला परिषद कॉडर के समस्त कर्मचारी और अधिकारियो ने कलम छोड़ हड़ताल आज कर दी है और कहा है कि जब तक सरकार और विभाग जिला परिषद कॉडर के कर्मचारियों को विभाग में समायोजित
नहीं करता तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
उन का कहाँ हैकि जिला परिषद कॉडर के कर्मचारी पिछले 22 वर्षों से ग्रामीण विकास विभाग और पंचायती राज
विभाग का कार्य कर रहे है। इसके इलावा यह वर्ग 16 अन्य विभागों का कार्य भी इमानदारी से कर रहे हैं।
भारत सरकार तथा हिमाचल सरकार की महत्वपूर्ण विकास एवं कल्याण से जुड़े कार्य योजनाओं का धरातल का कार्यवहन ईमानदारी से किया जा रहा है। बावजूद आज तक सरकार तथा विभाग जिला परिषद कॉडर के कर्मचारी को सरकारी कर्मचारी नही मान रहे है।
दत्तनगर ग्राम पंचायत की सचिव गीता चौहान ने बताया कि आज से वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। उन्होंने बताया कि हमारी एक ही मांग और मुद्दा है कि हमें विभाग में समायोजित किया जाए। जब तक उन्हें विभाग में शामिल नहीं किया जाएगा तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
गीता राम जिला परिषद कर्मचारी संघ के रामपुर उपाध्यक्ष ने
बताया कि आज से पेन डाउन हड़ताल शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि 24 मार्च 2022 को मुख्यमंत्री के साथ उनकी बैठक हुई थी और उन्होंने आश्वासन दिया था कि कैबिनेट में इसे रखा जाएगा। लेकिन अब तक इस दिशा में कोई कदम
नहीं उठाया है। बीस दिन पूर्व उन्होंने 27 जून से हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी।
गोकल राम ने बताया कि जब तक जिला परिषद कर्मचारी अधिकारियों को विभाग में विलय नहीं किया जाता तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। इसमें तकनीकी सहायक, पंचायत सचिव, जेई ,एसडीओ आदि शामिल है।
पंचायत परिषद रामपुर के अध्यक्ष अजय राणा ने बताया कि
पंचायती राज संस्थाओं से जुड़े सरकारी विभागीय कर्मी अधिकारी पेन डाउन स्ट्राइक पर बैठे हैं। इससे पंचायतों के विकास कार्यो में बाधा उत्पन्न हो गई है।
सरकार से वे मांग करते हैं कि वह इन कर्मचारियों की मांगों
को तुरंत माने। इन्हें जिला परिषद से हटा कर विभाग में समायोजित किया जाए अन्यथा पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि भी आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएंगे।