प्रशासन.पँचायत व दूसरे लोगों ने मदद को आगे बढ़ाए हाथ
एप्पल न्यूज़, सीआर शर्मा आनी
कुल्लू जिला के निरमण्ड क्षेत्र की दुरस्त ग्राम पँचायत बागासराहन के चनाईगाड गांव में गुरुवार प्रातः अचानक बादल फटने से गांव में भारी तबाही मची है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चनाईगाड की पहाड़ी पर प्रातः करीब साढ़े पांच अचानक बिजली की गड़गड़ाहट के साथ अचानक तेज वारिश हुई.जिसने देखते ही देखते रौद्र रूप धारण किया और नाले से मलबा व पत्थर तेजी के साथ नीचे गांव की ओर कहर बनकर टूटा और आसपास के गांव से सीटियां बजने के बाद चनाईगाड गांव में अफरा तफरी मच गई।
लोग अपनी व अपने परिवार तथा मवेशियों की जान बचाने को इधर उधर भागे।इस घटना में गांव के 14 मकानों में रह रहे 22 परिवार के करीब 75 लोग प्रभावित हुए हैं।इस घटना की सूचना स्थानीय पँचायत के जुझारू प्रधान प्रेम ठाकुर ने पुलिस प्रशासन को दी.जिस पर प्रशासन की टीम एसडीएम निरमण्ड मनमोहन सिंह की अगुवाई में सड़क मार्ग बंद होने के कारण पैदल प्रभावित गांव पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर .प्राकृतिक आपदा का जायजा लेकर रिपोर्ट तैयार की।
एसडीएम मनमोहन सिंह ने बताया कि चनाईगाड गांव में बादल फटने से भारी क्षति हुई है.आपदा से गांव के सभी घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और कुछ ग्रामीणों को चोटें भी आई हैं.जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया कि आपदा से बेघर हुए परिवारों को दोहरानाला सरायें में शरण दिलाई गई है.जबकि कुछेक परिवारों ने अपने रिश्तेदारों के यहां आश्रय लिया है।प्रशासन की ओर से सभी प्रभावित परिवारों को राशन पानी की सामग्री व तिरपाल आदि वितरित किये गये हैं।
एसडीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि चनाईगाड में घरों के पीछे पहाड़ी से बाढ़ और मलबे के गिरने का क्रम जारी है। बाढ के मलबे से सड़क मार्ग सहित उपजाऊ खेत.सार्वजनिक रास्तों व पेड़ पौधों को भारी नुकसान पहुंचा है।
उधर पंचायत प्रधान प्रेम ठाकुर ने कहा कि सुबह सवेरे करीब पांच बजे के आसपास पहाड़ी में बादल फटने से बाढ़ आई जिसमें चनाईगाड के साथ नीचे 22 परिवार के सदस्य रहते थे जिनमें से कुछ को हल्की चोटें पहुंची है जबकि सभी लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है।
सूचना मिलते ही तुरंत स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को इसकी सूचना दी गई है सभी घरों को खाली कराया गया है।