एप्पल न्यूज़, शिमला
भाजपा प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने कहा कि हिमाचल में सुक्खू सरकार नहीं बल्कि दुक्खू सरकार चल रही है ।
उन्होंने कहा कि जब से हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार आई है तब से केवल हिमाचल प्रदेश में बंद, बंद, बंद और केवल बंद का काम चल रहा है।
कांग्रेस की इस दुक्खु सरकार ने बिजली बोर्ड, स्वास्थ्य संस्थान, पीएचसी, सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र, अस्पताल, तहसील, उप तहसील, कांनूगो सर्कल, पटवार सर्कल, आयटीआय, श्रम एवं रोजगार विभाग के कार्यालय, रेवेन्यू सबडिवीजन, हिमाचल प्रदेश पीडब्ल्यूडी के सर्कल,उसकी डिवीजन, उसकी सबडिवीजन, उसके सेक्शन, एसडीपीओ, पुलिस स्टेशन, पुलिस पोस्ट, आयुर्वेद अस्पताल, आयुर्वेद स्वास्थ्य केंद्र, बीडीओ दफ्तर, स्कूल, कॉलेज, स्कूल में वितरण होने वाली वर्दियां, लोकतंत्र प्रहरी योजना के अंतर्गत पेंशन बंद कर दी है।
अगर असल में देखा जाए तो हिमाचल प्रदेश में बंद एक्सप्रेस के सीईओ है सुखविंदर सिंह सुक्खू है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 620 से अधिक सरकारी संस्थानों को बंद कर दिया गया है जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है इससे हिमाचल प्रदेश में समग्र विकास पर अंकुश लगता है।
हाल ही में 286 स्कूलों को बंद करने की बात भी इस सरकार ने जनता के समक्ष रखी है शायद यह सरकार जानती नहीं की हिमाचल प्रदेश को शिक्षित राज्य बनाने का स्वप्न स्वर्गीय वीरभद्र सिंह का था और उनका दावा किया था कि वो हिमाचल प्रदेश में एक बच्चे के लिए भी स्कूल खोलूंगा।
उन्होंने कहा कि इस सरकार के आलाकमान अफसर ही शिक्षा विभाग को एक डीओ नोट काटते हैं, जिसमें स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि समग्र शिक्षा पर केंद्र से मिला बजट खर्च नहीं हो पा रहा है।
उनके अफसर ने माना कि कई कॉम्पोनेंट के अंतर्गत जो पैसा हिमाचल प्रदेश के शिक्षा विभाग को मिलता है वह अच्छे से खर्च नहीं हो पा रहा, जिसके कारण शिक्षा विभाग और सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि देश भर में 9000 से अधिक के जन औषधि केंद्र खोले गए हैं जिसके अंतर्गत 1759 दवाइयां और 280 सर्जिकल आइटम्स जनता को सस्ते रेट फर उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अंतर्गत पूरे देश भर में 20000 करोड रुपए का फायदा जनता को हुआ है।
इसी तरह हिमाचल प्रदेश में 2022-23 में अभी तक जनता को 6600 करोड़ रुपए का फायदा हुआ है ऐसी जन कल्याण योजनाओं को इस कांग्रेस सरकार को बढ़ावा देना चाहिए कहीं ना कहीं इन योजनाओं में यह सरकार विघ्न बनने का प्रयास करती है।