एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल विधानसभा में आज विपक्ष ने प्रश्नकाल से पहले ही स्थगन प्रस्ताव लाया। बीजेपी विधायकों ने आउटसोर्स के मसले पर सदन में चर्चा की मांग की।
स्पीकर द्वारा इसकी इजाजत नहीं मिलने पर विपक्ष ने सदन में जोरदार नारेबाजी की। विपक्ष प्रश्नकाल के दौरान सदन में कुछ देर तक नारेबाजी करता रहा और उसके बाद वॉकआउट कर दिया।
बीजेपी विधायक सुखराम चौधरी, त्रिलोक जमवाल सुरेंद्र, रणधीर शर्मा, जनकराज, विपिन सिंह परमार, विनोद कुमार और हंसराज ने इसे लेकर स्पीकर से चर्चा की मांग की थी।
इसके जवाब में स्पीकर ने कहा कि बजट सत्र के दौरान आउटसोर्स को लेकर कई प्रश्न लग चुके हैं। सरकार इसका जवाब दे चुकी है। इसलिए इस पर चर्चा की अनुमति नहीं दी जा सकती। इस पर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि नियम 67 के तहत विपक्ष ने काम रोको का प्रस्ताव दिया लेकिन यह स्वीकार नही किया गया।
कांग्रेस ने पांच लाख रोजगार देने का वादा किया था। सरकार ने आउट सोर्स कर्मचारियों को निकालने का काम शुरू कर दिया है।
कोविड काल में सेवाएं दे रहे आउटसोर्स कर्मचारियों को हटाया जा रहा है। जब सवाल पूछे जा रहे हैं तो सरकार इसका उत्तर देने में असमर्थ है। सरकार पिछले सरकार में लगे आउटसोर्स कर्मचारियों को हटाने में लगी हैं।
राजनीतिक मकसद से फैसले लिए जा रहे हैं। सीएम सदन में नहीं है। मुख्यमंत्री संवैधानिक व्यवस्था के विरुद्ध अपने राष्ट्रीय नेता की जमानत के लिए गुजरात गए हुए हैं। विपक्ष यह बर्दास्त करने वाली नही है।