एप्पल न्यूज़, शिमला
प्रदेश विधानसभा बजट सत्र में आज प्रश्नकाल के बाद विपक्ष ने पॉइंट ऑफ आर्डर के तहत नगर निगम शिमला के वार्डो को 41 से 34 करने का मुद्दा सदन में उठाया।
बीते रोज ही सरकार ने सदन में विधेयक लाकर वार्डों की संख्या को 41 से 34 किया था लेकिन विपक्ष सदन में कल मौजूद नहीं था।
इसके चलते आज विपक्षी विधायक रणधीर शर्मा ने इस मुद्दे को पॉइंट ऑफ ऑर्डर के तहत उठाया और सरकार पर चुनाव आयोग के नियमों की धज्जियां उड़ाने के आरोप लगाए।
विधान सभा अध्यक्ष ने विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दे पर चर्चा के लिए समय नहीं दिया जिस पर विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया।
नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सदन के भीतर विपक्ष की आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है विपक्ष को अपनी बात रखने के लिए विधानसभा में समय नहीं दिया जा रहा हैं।
बीते कल सरकार ने विपक्ष की गैर हाजिरी में बिल पारित कर वार्डों की संख्या को 41 से 34 किया है जो कि चुनाव आयोग के नियमों की भी उल्लंघना है।
पूर्व भाजपा सरकार ने चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार वार्ड का पुनर्सीमांकन करके संख्या बढ़ाई थी लेकिन वर्तमान सरकार ने नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए फिर से वार्डों की संख्या को कम कर दिया है।
इसके अलावा जो रोस्टर भी बनाया गया है वह भी बिल्कुल उलट है। संख्या के आधार पर रोस्टर ना बनाकर अपनी जीत के अनुसार रोस्टर बनाया गया है।
वही 5 दिन में लगभग 11,000 फर्जी वोटर भी बनाए गए हैं ताकि कांग्रेस नगर निगम पर अपनी जीत सुनिश्चित कर सके। विपक्ष इसका विरोध करता है।
वन्ही विपक्ष के वॉकआउट पर सीएम ने पलटवार किया है। सीएम ने कहा कि विपक्ष पूर्व सरकार में हमीरपुर चयन आयोग में हुई धांधलियों पर चर्चा की तैयारी करके नही आया था।
सदन में इसको लेकर चर्चा होनी थी चर्चा से बचने के लिए विपक्ष ने नगर निगम को मुद्दा बनाकर वॉकआउट कर सदन से बाहर चला गया।
पूर्व सरकार में आयोग में पेपर लीक माफिया काम कर रहा था और लाखों रुपयों में पेपर बेचे गए हैं जिसकी वर्तमान में जांच चल रही हैं जांच में जो भी दोषी पाया जा रहा है उसे गिरफ्तार किया जा रहा है।