एप्पल न्यूज़, रामपुर बुशहर
भगवान परशुराम जन्मोत्सव के पावन अवसर पर रामपुर बुशहर के शनेरी गांव में पहली बार नोग गोड़ी की चारों शक्तियों ने एक साथ कारीकर्म मे भाग लिया। नोग गोड़ी देव समिति द्वारा निर्णय लिया गया कि अब हर वर्ष एक ठहरी में भगवान परशुराम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा।
इस मौके पर भगवान परशुराम द्वारा स्थापित चार ठहरियों शनेरी ,डंसा ,लालसा और शिंगला के चारों आराध्य देवता कार्यक्रम में शामिल हुए और परशुराम जन्मोत्सव को एक बहुत बड़े पर्व के रूप में मनाया गया।
इस कार्यक्रम में हजारों लोगों ने भाग लिया और देव शक्तियों से आशीर्वाद प्राप्त किया।
गौर हो कि माता रेणुका के वध के श्राप से मुक्ति पाने के लिए ऋषि मुनियों और ब्राह्मणों के निर्देशानुसार भगवान परशुराम ने तत्कालीन शौणितपुर क्षेत्र के नोग गोड़ी क्षेत्र में चार ठहरियों की स्थापना की। इसके साथ ही पांच स्थान और 16 कलश की स्थापना की जहां पर ब्राह्मण परिवारों को बसाया गया।
बताया जाता है कि शनेरी ज्येष्ठ ठहरी है जिसके बाद डंसा, लालसा और फिर शिंगला ठहरी आती है। इनमें चार महाशक्तियां देवता साहब जहरुनाग जी शनेरी, देवता साहब दोगनु लालसा, देवता साहब यज्ञेश्वर महाराज शिंगला और देवता साहब दमुख डंसा विराजमान है।
पहली बार परशुराम की स्थली नोग वैली में भगवान परशुराम जी का जन्मोत्सव मनाया गया। इस मौके पर देवनृत्य का नज़ारा देखने योग्य था। यहां पर भजन कीर्तन और देवगीतों से समूचा माहौल भक्तिमय बना था।
लोगों ने समिति की इस पहल की सराहना की और भविष्य में इस तरह के आयोजनों को करवाए जाने की जरूरत बताया। ताकि देव आस्था बनी रहे और आपसी प्रेम और भाईचारे के प्रतीक के रूप में ऐसे आयोजन पहचाने जा सकें।
