एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनावों में हुई क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस सरकार पर छाए संकट के बादल टल गए हैं। केंद्रीय पर्वेक्षको ने दो दिन तक कांग्रेस के विधायकों की नब्ज टटोल कर उठ रही विद्रोह की ज्वाला को फिलहाल के लिए शांत कर दिया है।
इस दौरान सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्यसभा चुनाव के बाद सरकार गिरने की अटकलें लगने लगीं । सेशन चल रहा था तो हमारा बजट पास होना था।
मेरे इस्तीफे की खबर चली, मैंने इस्तीफा दिया ही नहीं था। ये साजिश थी, ताकि हमारे विधायकों का संख्या बल कम हो जाए।
उन्होंने वोटिंग के दौरान मार्शल का गला पकड़ा। हरियाणा की पुलिस और सीआरपीएफ यहां आई और विधानसभा का गेट तोड़ा गया।
उन्होंने कहा कि बागी विधायक उनके छोटे और बड़े भाई हैं वह आना चाहे तो वापिस आ सकते हैं।
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और हिमाचल सीएम सुखविंदर सुक्खू व प्रतिभा सिंह ने ओक ओवर में संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की है।
पर्यवेक्षकों ने कहा कि पार्टी और विधायकों के बीच सारे मतभेद सुलझा लिए गए हैं। सुक्खू सीएम बने रहेंगे। ऑपरेशन लोटस फेल हो गया है। हमारे लिए अब लोकसभा चुनाव प्राथमिकता है।
संगठन और सरकार में तालमेल को कमेटी गठित
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा मैंने संगठन और सरकार में तालमेल की बात कही थी। इसके लिए कमेटी बनाई जाएगी।
अब हमारी प्राथमिकता लोकसभा चुनाव को जीतना है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा सीट नहीं जीत पाने का अफसोस है।
6 सदस्यीय कोऑर्डिनेशन कमेटी गठित
भविष्य में तालमेल में कमी न आए इसके लिए छह सदस्यीय कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाई गई है।
जिसमें सीएम, डिप्टी सीएम, प्रतिभा सिंह के अलावा तीन अन्य सदस्यों का एलान हाई कमान दिल्ली से करेगा।