एप्पल न्यूज़, शिमला
लोकसभा की चारों सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल करेंगे। कांग्रेस ने ऐसे प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं जो ईमानदार और स्वच्छ छवि के साथ जनता के हित की बात करते हैं।
ऐसे ही शिमला संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी व मौजूदा विधायक विनोद सुलतानपुरी हैं। जो युवा के साथ बहुत अनुभवी प्रत्याशी हैं। यह बात कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष हरिकृष्ण हिमराल ने कही।
हिमराल ने कहा कि विनोद सुलतानपुरी शिमला सीट को रिकॉर्ड मतों से जीतेंगे। क्योंकि वे जनता की समस्याओं का समाधान करने और क्षेत्र का विकास करने पर विश्वास रखते हैं। सुलतानपुरी वर्तमान में कसौली से कांग्रेस के विधायक हैं जो एक स्वच्छ एवं ईमानदार छवि के व्यक्ति हैं।
उन्होंने कहा कि विनोद सुल्तानपुरी के रग- रग में जनता की सेवा करने का जनून भरा हुआ है। इससे पहले इस संसदीय सीट पर उनके पिता के डी सुलतानपुरी भी सांसद रह चुके हैं। उनके पिता केडी सुल्तानपुरी शिमला संसदीय सीट से छह बार के सांसद रह चुके हैं।
के डी सुलतानपुरी 1980, 1984, 1989, 1991, 1996 और 1998 में यहां से विजयी हुए थे। जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री यशवंत सिंह परमार के पूछने पर भी मंत्री बनने से इंकार किया था।
हिमराल ने कहा कि प्रदेश में आई भयंकर प्राकृतिक आपदा के समय शिमला के सांसद सुरेश कश्यप गायब रहे। सुरेश कश्यप न तो प्रभावितों की मदद करते हुए दिखाई दिए और न ही लोकसभा सदन के भीतर हिमाचल के हित को लेकर सवाल जबाब करते हुए दिखाई दिए।
अब संसदीय क्षेत्र की जनता उनसे पूछ रहे हैं कि बीते दस सालों से कहां थे। फील्ड रिपोर्ट के मुताबिक क्षेत्र की जनता सुरेश कश्यप को पहचानने से भी इंकार कर रहे हैं।
इतना ही नहीं भाजपाई भी अपने सांसद की कार्यशैली से तंग आ गए हैं। भाजपा के लोग भी कह रहे हैं जो सांसद बीते 5 साल में पूरी तरह गायब रहे उनके लिए किस मूंह से जनता से वोट मांगें।
हिमराल ने कहा कि एक ओर प्रदेश की जनता भाजपा के जुमलों से परेशान है तो दूसरी ओर सीएम सुक्खू के नेतृत्व में सरकार के 15 माह के कार्यकाल से प्रभावित होकर सराहना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सीएम सुक्खू ने खाली खजाने को एक साल के भीतर ही भरकर 2200 करोड़ रुपए अत्तिरिक्त आय की है। इसके अलावा 4500 करोड़ रुपए का आपदा राहत पैकेज बनाया है। इतना ही नहीं आपदा के दौरान बेहतरीन कार्य कर दुनिया भर में प्रशंसनीय कार्य किया है। जिसकी तारीफ नीति आयोग व वर्ल्ड बैंक की टीम ने भी की है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जहां विधानसभा के दौरान दी गई गारंटियों को पूरा करने का काम किया है तो दूसरी ओर भाजपा ने उन गारंटियों को रोकने व सरकार को ऑपरेशन लोटस के तहत गिराने का काम किया।
लेकिन सरकार की सूझबुझ व जनता के आशीर्वाद से न तो यह सरकार को गिरा पाए और न ही कांग्रेस की गारंटियों को रोक पाए।
अब प्रदेश की जनता इनकी करतूत को देखते हुए वोट कर इन्हें सत्ता से हमेशा के लिए बाहर फेंकेगी और कांग्रेस व इंडिया गठबंधन की सरकार बनाकर देश को मजबूत बनाएगी।