एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के बीड़-बिलिंग में इस बार पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप 2024 का आयोजन किया जा रहा है। बीड़ बिलिंग में 2 से 9 नवंबर तक विश्व भर से आए मानव परिंदे आसमान में उड़ते दिखाई देंगे।
ये दूसरा मौका है जब यहां वर्ल्ड कप का आयोजन होने जा रहा है। इससे पहले 2015 में वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ था।
इसके बाद पैराग्लाइडिंग के प्री वर्ल्ड कप का ही आयोजन होता आया है लेकिन इस मर्तबा यहां वर्ल्ड कप के आयोजन की घोषणा शिमला में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने की सीएम ने पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप को पर्यटन की दृष्टि से प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण बताया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि कि इस आयोजन से टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। 40 से 45 देशों के पैराग्लाडर्स वर्ल्ड कप में हिस्सा लेंगे लेंगे।
उन्होंने कहा कि बीड़- बिलिंग की साइट पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व भर में सबसे बेहतरीन मानी जाती है। इस दौरान पैराग्लाइडिंग ही नहीं बल्कि और भी कई साहसिक गतिविधियां करवाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बनने के बाद उनका प्रयास हिमाचल में पर्यटन को बढ़ावा देना रहा है कांगड़ा को पर्यटन राजधानी घोषित किया गया है। बजट में भी इसका प्रावधान किया गया है।
वर्ल्ड कप का आयोजन करवाना पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में ही एक प्रयास है। जिला हेडक्वार्टर को हेलीपोर्ट से जोड़ने का प्रयास किया गया है। शिमला से भी जल्द हेली टैक्सी सेवा शुरू की जाएगी।
सुखविंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश टूरिज्म की दृष्टि से विकसित हो इसके लिए सरकार काम कर रही है।
2027 तक प्रदेश आत्मनिर्भर और 2032 तक देश का समृद्ध राज्य बने इस दृष्टि से बजट पेश किया गया है।
पैराग्लाडिंग के लिए बीड़ बीलिंग विश्व का सर्वश्रेष्ठ स्थल है। उन्होंने कहा कि धौलाधार श्रृंखला के साथ यहां प्रतिभागियों और दर्शकों के लिए बहुत मनोरम नजारा देखने को मिलेगा और यह प्रतियोगिता उनके लिए अविस्मरणीय बनेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार साहसकि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह प्रयासरत है।
हिमाचल अपने पहाड़ी परिदृश्य, अनुकूल मौसम व प्राकृतिक सुंदरता के चलते पैराग्लाडिंग प्रेमियों के लिए जन्नत से कम नहीं है। वर्तमान प्रदेश सरकार पैराग्लाडिंग के आयोजनों के लिए पूरी सुवधिाएं देने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल पैराग्लाडिंग उत्सव में भारत की समृद्ध संस्कृति, कला, साहसिक खेलों, साहित्य और मनोरंजन से रू-ब-रू होने का मौका मिलेगा।
पैराग्लाडिंग में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए भी विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं। भारतीय खिलाड़ियों की प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए विश्वस्तरीय शुभारम्भ और समापन समारोहों का आयोजन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है जो राज्य की आर्थिकी को सुदृढ़ करने में अहम भूमिका निभाने में सक्षम है।
कांगड़ा ज़िले को पर्यटन राजधानी घोषित किया गया है और यहां पर आधारभूत अधोसंरचना का निर्माण किया जा रहा है ताकि यहां आने वाले पर्यटकों के लिए अनुभव यादगार बने।
उन्होंने कहा कि बेहतर हवाई कनेक्टिविटी के लिए सभी जिला मुख्यालयों पर हेलीपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है। पांच हेलीपोर्ट के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है।
वहीं शिमला का संजौली एयरपोर्ट जल्द ही तैयार होने जा रहा है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बिलापुर के गोविंदसागर और ऊना के अंदरौली में जलक्रीड़ा गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
पौंग बांध में गर्म हवा के गुब्बारों की उड़ान जैसी गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है जिससे स्थानीय लोगों की आर्थिकी भी सुदृढ़ होगी। इसके अलावा, पर्यटन सीजन के दौरान दुकानों को 24 घंटे खुली रखने की छूट देने का भी फैसला किया गया है।
बीलिंग पैराग्लाडिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग शर्मा ने कहा कि विश्व पैराग्लाडिंग कप केवल खिलाड़ियों की छिपी प्रतिभा को ही प्रदर्शित नहीं करेगा बल्कि यहां की मनोरम सुंदरता और साहसिक अवसरों को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी।
विधायक हरीश जनारथा, नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (आईटी और नवाचार) गोकुल बुटैल, मुख्यमंत्री के ओएसडी रितेश कपरेट इस मौके पर उपस्थित थे जबकि पैराग्लाडिंग विश्व कप एसोसिएशन के अध्यक्ष और पैराग्लाडिंग विश्व कप के प्रतियोगिता निदेशक गोरन दिमिशकोवस्की वर्चुअल रूप से जुड़े।