एप्पल न्यूज़, शिमला
संजौली मस्ज़िद अवैध निर्माण मामले में जारी विवाद के बाद आज एक नया मोड आ गया है। मस्ज़िद कमेटी ने नगर निगम आयुक्त कार्यालय पहुंचकर आयुक्त को लिखित मे दिया और आगढ़ किया कि उन्हें नहीं मालूम था कि यहाँ पर नमाज के दौरान लोगों को इतनी ज्यादा तकलीफ होगी। अन्यथा यहाँ मस्ज़िद ही न बनाते।
उन्होंने लिखित मे दिया कि प्रशासन मस्ज़िद के “अवैध निर्माण” किए हिस्से को सील कर दे और कोर्ट का जो भी निर्णय हो उसका हैं पालन करेंगे।
कमेटी ने यहाँ तक निर्णय लिया कि यदि कोर्ट इजाज़त दें मस्ज़िद के अवैध निर्माण वाले हिस्से को वह खुद तोड़ेंगे। क्योंकि वह सब यहाँ हिमाचल के स्थानीय निवासी हैं और आपसी भाईचारे के साथ रहना चाहते हैं।
उन्होंने प्रदेश के लोगों से अपील की कि आपसी भाईचारा बनाए रखें क्योंकि सभी को एक दूसरे की जरूरत रहती है। मिलकर आगे बढ़ें। किसी भी हाल में शांति भंग न होने दें।
कमेटी के प्रधान और ईमाम ने कहा कि उन्हे नहीं उम्मीद थी कि हजारों लोग भावनाओं से आहत होकर सड़कों पर आ जायेंगे। जनभावनाओं को देखते ही ही मस्ज़िद कमेटी ने इस तरह का निर्णय लिया।
इससे पूर्व मस्ज़िद कमेटी के सदस्यों ने शिमला के विधायक हरीश जनर्था से मिले और अपनी बात की।
हरीश जनर्था ने कहा कि इस मामले मे जानभावनाएँ जुड़ी हैं और जनता में आक्रोश था। अब मामला शांत है और लोगों से आग्रह है कि अब सब मिलकर रहें और मामले को तूल न दें।
pradesh sसरकार बाहरी राज्यों से आने वालों के लिए एक पॉलिसी लेक्त आ रही है जिसे तहत पंजीकरण और पारदर्षिता बनाए रखी जाएगी। प्रशासन के पास पूरा रिकॉर्ड होगा और संदिग्ध गतिविधियों पर लगाम लग सकेगी।