एप्पल न्यूज़, जुब्बल कोटखाई
मापदंडों को ताक पर रखकर आधी-अधूरी सड़को को रात के अन्धेरे में पास करवाने के लिए बसों को जेसीबी से खींचकर चलाया जा रहा हैं यह ब्यान ब्लॉक कांग्रेस कमेटी जुब्बल-नावर-कोटखाई के अध्यक्ष मोतीलाल डेरटा, जिला परिषद सदस्य मोतीलाल सिथटा, पूर्व जिला परिषद सदस्या शारदा ठाकुर, महासचिव राकेश चौहान (नीटू), लोकपाल शरकोली, एडवोकेट उमेश सुमन व राकेश सावंत ने प्रेस विज्ञप्ति ज़ारी करते हुए दिया।
उन्होंने कहा कि पिछले ढाई वर्षो से जुब्बल-नावर-कोटखाई में विकास के नाम पर भाजपा सरकार कोई भी काम शुरू नही कर पाई। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों और प्रशासन पर दबाव बनाया जा रहा है और आधे अधूरे कार्य को पूरा दर्शा कर सड़कों की पासिंग करवाने की कोशिश की जा रही है । अधिकारियों और कर्मचारियों में भय और आतंक का माहौल बनाया जा रहा हैं।
तहसीलदार कोटखाई की कोरोना काल के दौरान दी गई उत्कृष्ट सेवाओं के बावजूद भी द्वेषपूर्ण राजनीतिक और संकीर्ण मानसिकता के चलते भाजपा ने दूरदराज क्षेत्र में तबादला कर दिया। इसी तरह से अब लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों पर राजनैतिक दबाब बनाकर मापदंडों को ताक में रखकर आधी-अधूरी सड़कों को रात के अंधेरे में पास करने का प्रयास किया जा रहा हैं।
भाजपा समर्थक ठेकादारों द्वारा मनमुताबिक कार्य किए जा रहे हैं जबकि विभाग को इसकी भनक तक नही लग रही। आए दिन भाजपा समर्थित ठेकादारों द्वारा पूर्व में किए गए कार्यो के लोक निर्माण विभाग द्वारा टेन्डर लगाए जा रहे हैं। उन्होंने लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान लगाते हुए कहा कि अधिकारी भाजपा नेताओं के हाथ की कठपुतली बन कर रह गए हैं। भाजपा की दखलंदाजी से निर्माण कार्यो में गुणवत्ता की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं जबकि लोक निर्माण विभाग मूकदर्शक बना हुआ हैं। वर्तमान विधायक द्वारा पिछले ढाई वर्षो की नाकामियों को छुपाने और पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव निकट आने से आधी-अधूरी सड़कों की नियमों को ताक में रखकर पास करने की होड़ मची हैं। मोतीलाल डेरटा ने कहा कि पिछले ढाई वर्षो में वर्तमान विधायक जुब्बल-नावर-कोटखाई में एक भी सड़क की डीपीआर तक नही बना पाए जबकिं पूर्व कांग्रेस सरकार के समय स्वीकृत विकासात्मक योजनाओं को रोकने का काम किया गया।
बनाना-कटारला, मलोग-पनेसरी, धानसर सड़क को आनन-फ़ानन में पास करने की प्रक्रिया चल रहीं हैं जबकि उपरोक्त सड़को का निर्माण कार्य अभी भी अधूरा हैं। उन्होंने कहा कि उपरोक्त सड़को की डीपीआर, वन अनापत्ति , बजट का प्रावधान, टेंडर व निर्माण कार्य पूर्व विधायक रोहित ठाकुर द्वारा पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में शुरू करवा दिया था। कोरोना के नाम पर सरकारी ठेकेदारों और मंदिरों से राजनैतिक दबाब और मनमाने तरीक़े से उगाही की जा रही हैं जबकि भाजपा के पूर्व अध्यक्ष को स्वास्थ्य घोटाले के चलते इस्तीफ़ा देना पड़ा।
कांग्रेस पदाधिकारियों ने सरकार से मांग की हैं कि निर्माणाधीन सड़कों की दशा सुधारी जाए व सभी मापदंडों को पूरा करने के बाद ही पासिंग व उदघाटन किया जाए। रात के अंधेरे में आनन-फ़ानन में आधी-अधूरी सड़कों की पासिंग प्रक्रिया में जेसीबी द्वारा बसों को खींचकर चलाने से सरकार की किरकिरी हुई हैं, उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस मामलें में हस्तक्षेप की मांग की हैं।