कांग्रेस प्रवक्ता बोले-भाजपा का डीएनए किसान विरोधी
एप्पल न्यूज़, हमीरपुर
मोदी सरकार द्वारा देश में खाद के रेट 1200 रुपए से बढा कर1900 रुपए कर दिए गए और अब जनविरोध के चलते सब्सिडी बढा दी गई। इस पर भाजपा नेता इसे ऐतिहासिक फैसला कह कर प्रचारित कर रहे हैं जबकि यह रोलबैक है।यह कोई ऐतिहासिक फैसला नहीं बल्कि खाद कम्पनियों को फायदा पहुंचाने के लिए जनता के पैसे की लूट है।यह बात प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दीपक शर्मा ने जारी प्रैस विज्ञप्ति में कही।
उन्होंने कहा कि यह खाद कम्पनियों के लिए ऐतिहासिक फैसला है क्योंकि इसका फायदा खाद कम्पनियों को हुआ है।किसान के नाम पर जो सब्सिडी देने की घोषणा की गई है वह सारी सब्सिडी का फायदा खाद कम्पनियों को ही होगा।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि खाद के रेट कम होने चाहिए थे लेकिन रेट बढा कर सब्सिडी का खेल खेला गया है।उन्होंने कहा कि भाजपा का डीएनए किसान विरोधी है।अगर भाजपा सरकार को किसानों की चिंता होती तो छह महीने से आंदोलन कर रहे किसानों की इस तरह अनदेखी नहीं होती।
सरकार किसान विरोधी है।किसानों की आड़ में सब्सिडी के नाम पर,फसल बीमा के नाम पर कम्पनियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।जबकि।किसान को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है।दीपक शर्मा ने कहा कि किसान ऋण मुआफी चाहता है।तीन काले कानूनों की वापसी चाहता है लेकिन सरकार इन अहम विषयों पर मौन धारण किए हुए है।उन्होंने कहा कि भाजपा ने किसान हितों पर कभी गम्भीरता नहीं दिखाई।अब भी घड़ियाली आंसू बहाए जा रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने देश के किसानों के हितों में अनेकों ऐतिहासिक फैसले लिए थे।डॉक्टर मनमोहन सिंह की सरकार ने किसानों के 74 हज़ार करोड़ के बिल मुआफी कर ऐतिहासिक काम किया था।भाजपा सरकार ने अपने छः सालनके कार्यकाल में किसानों पर कुठाराघात करने के अलावा कुछ नहीं किया।






