एप्पल न्यूज़, शिमला
कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कुल्लू में पुलिस अधिकारियों में हुई हाथापाई को बहुत ही गम्भीर मामला बताते हुए कहा है कि एक केंद्रीय मंत्री के आगमन के दौरान वीआईपी सुरक्षा पर भी एक बहुत बड़ा सवाल खड़ा होता है।
उन्होंने इसे अति दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि प्रदेश में पहली बार कानून के रखवालों का इस प्रकार एक दूसरे को खुले में लात घुसे से मारना हिमाचल जैसे शांति प्रिय राज्य को शर्मसार कर गया है। इससे साफ हो गया है कि प्रदेश में कानून और शासकीय व्यवस्था किस ओर जा रही है।
विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक मे मंत्री महेंद्र सिंह के द्वारा मुख्य सचिव से कथित तौर पर दुर्व्यवहार की भी कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि इस प्रकार का कोई भी व्यवहार किसी भी अधिकारी के मनोबल पर विपरित असर डाल सकता है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार चिंता का विषय है।
उन्होंने इसकी वजह बताते हुए कहा कि मंत्री एफडीआरए का फंड केवल मंडी और सिराज के लिए चाहते थे लेकिन मुख्य सचिव ने इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि यही बजह है आज प्रदेश में सरकार और ब्यरोक्रेसी में कोई तालमेल नहीं रह गया है। मुख्यमंत्री को इस पर संज्ञान लेना चाहिए।
विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश सरकार के सेब सीजन के लिए कोई भी पुख्ता इंतजाम न करने और विपणन व्यवस्था के साथ साथ माल ढुलाई के मूल्यों को अब तक निर्धारित न करने पर चिंता जताई है।
उन्होंने हाल ही में हुई ओलावृष्टि से किसानों, बागवानों को हुए नुकसान का आंकलन करने और उन्हें उचित मुआवजा देने की मांग भी सरकार से की है।