एप्पल न्यूज़, रंजू जम्वाल बिलासपुर
बिलासपुर जिला के उपमड़ल घुमारवीं के तहत ग्राम पंचायत पडयालग के गांव पडयालग के पूर्व सैनिक के बेटे इशांत जसवाल ने यूपीएससी परीक्षा में देश भर में 80वीं रैक हासिल कर जिला व प्रदेश में मां बाप का नाम रोशन किया है ।
बैच के एनआईटी हमीरपुर के मैकेनिकल स्नातक घुमारवीं उपमड़ल के पडयालाग गांव से इशांत जसवाल ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 80वीं रैंक हासिल की। इशांत जसवाल के पिता होशियार सिंह पूर्व सैनिक हैं तथा माता गृहिणी है। बड़ी बहन की शादी हो गई है।
इशांत जसवाल ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सरकारी स्कूल बाड़ी छज्जोली से की है और उसके बाद हिम सर्वोदय सीनियर सेकेंडरी स्कूल घूमारवीं से 2014 में 12वी कक्षा की पढ़ाई को पूरा किया।
2014-2018 एनआईटी हमीरपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। जसवाल की प्लेसमैंट 2018-19 में अंतरराष्ट्रीय कंपनी तेल और गैस क्षेत्र नोएडा में हुई।
फिर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए नौकरी छोड़ी क्योंकि मां बाप का सपना था कि बेटा कुछ अलग से करे और फिर पहले प्रयास में 80वीं रैंक हासिल की। जसवाल ने इस उपलब्धि को हासिल करने के पीछे अपने मां बाप को ही प्रेरणास्रोत बताया है।
इशांत जसवाल के घर में खुशी का महौल है तथा हर कोई अपने प्रयाए बधाई देने के लिए घर पहुंच रहे हैं । इस मौके पर पूर्व सीपीएस व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव राजेश धर्माणी ने घर पर पहुंच कर बधाई दी है तथा टोपी शाल देकर सम्मानित भी किया है ।
पूरे जिला बिलासपुर के लिए गर्व की बात है कि पहली ही कोशिश में यह उपलब्धि हासिल की है और जिला का पहला युवक मात्र लगभग 24 साल में आई ए एस अधिकारी बना है ।
जहां इशांत के पिता ने कहा कि लॉकडाउन लगने के कारण वह घर पर ही निरंतर पढ़ाई जारी रखे हुए हैं और हमें उम्मीद थी कि बेटा कुछ अलग करकें दिखाएगा ,जो उसने करके दिखा दिया है ।
इशांत जसवाल ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि चाहे आप किसी भी क्षेत्र में जाना चाहो तो पूरी लग्न के साथ मेहनत करते रहो तो निश्चित ही सफलता प्राप्त होगी । युवा नशे के दलदल से दूर रहे तथा भविष्य में जो लक्ष्य निर्धारित किया है उसे पाने के लिए मेहनत करें तो निश्चित ही आप सफल होगे ।
उन्होंने कहा कि सरकार की जो भी जनकल्याण योजनाएं शुरू है उन्हें हर गरीब परिवार तक पहुंचाना उनका एक मात्र लक्ष्य है जिससे गरीब वर्ग का उत्थान हो सके ।