एप्पल न्यूज, शिमला
विधान सभा सचिवालय में आयोजित सर्वदलीय बैठक के उपरान्त पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने कहा कि उन्होने 27 अगस्त से आरम्भ होने वाले मानसून सत्र के संचालन में सभी सदस्यों से सहयोग की अपील की है।
पठानियां ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण सत्र है जिसमें 10 बैठकें आयोजित की जा रही हैं।
उन्होने सभी सदस्यों से आग्रह किया है कि वे सदन के समय का सदुपयोग जनहित से सम्बन्धित विषयों को उठाने के लिए करें तथा उस पर चर्चा करें।
उन्होने कहा कि जो भी विषय सदस्य सदन में चर्चा के लिए लाएँगे वह उसके लिए भरपूर समय देंगे तथा माननीय सदस्य का भी दायित्व रहेगा कि उस समय का सदुपयोग सार्थक चर्चा के लिए करें।
उन्होने कहा कि माननीय सदस्य प्रदेश हित तथा अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र के विषय सदन में उठा सकते हैं तथा अविलम्ब चर्चा कर सकते हैं और सरकार भी उसका जवाब देने के लिए तत्पर हैं।
विधायकों द्वारा सरकार से कितने प्रश्न पूछे गए हैं। सवाल का जवाब देते हुए पठानियां ने कहा कि इस सत्र में माननीय सदस्यों से कुल 936 प्रश्नों की सूचनाएं प्राप्त हुई हैं।
इसमें 640 प्रश्न तारांकित (ऑन लाईन 516, ऑफ लाईन 124) तथा 296 प्रश्न अतारांकित (ऑन लाईन 248 व ऑफ लाईन 48) प्राप्त हुए हैं जिन्हें नियमानुसार सरकार को आगामी कार्यवाही हेतु प्रेषित कर दिया गया है। प्रश्नों के माध्यम से जो सूचनाएं प्राप्त हुई हैं।
वह मुख्यत: इन्दिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि, बाढ़, स्कूलों का विलय प्रदेश में हाल में भारी वर्षा तथा प्राकृतिक आपदा से उत्पन्न हुई स्थिति, सरकार द्वारा आपदा से निपटने हेतु किए गए प्रयास, सड़कों, पुलों का निर्माण, स्वीकृत सड़कों की DPR’s प्रदेश में महाविद्यालयों, स्कूलों, स्वास्थ्य संस्थानों इत्यादि का उन्नयन एवं विभिन्न विभागों में रिक्त पदों की पदपूर्ति, पर्यटन, उद्यान, पेयजल की आपूर्ति, युवाओं में बढ़ते नशे के प्रयोग की रोकथाम, बढ़ते अपराधिक मामलों व सौर ऊर्जा तथा परिवहन व्यवस्था पर आधारित है।
इसके अतिरिक्त माननीय सदस्यों ने प्रश्नों के माध्यम से अपने- अपने निर्वाचन क्षेत्रों से सम्बन्धित मुख्य मुद्दों को भी उजागर किया है।
इसके अतिरिक्त नियम 62 के तहत 7 सूचनाएं, नियम 63 के तहत 1 सूचना, नियम 101 के अन्तर्गत 10 सूचनाएं, नियम 130 के तहत 20 तथा नियम 324 के तहत 4 सूचनाएं सदस्यों से प्राप्त हुई हैं।
इन्हें भी आगामी कार्रवाई हेतु सरकार को प्रेषित किया गया है तथा सत्र के दौरान इन सभी विषयों पर चर्चा की जाएगी।
पठानियां ने कहा कि पूर्व में पारित 5 बिलों पर राज्यपाल महोदय ने स्वीकृति प्रदान कर दी है अब इन्हें अधिनियम के रूप में जाना जाएगा।
दलीय बैठक के दौरान संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान, मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा तथा सरकार के उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया भी मौजूद थे।
नेता प्रतिपक्ष ने विधान सभा अध्यक्ष से दूरभाष पर बातचीत करते हुए कहा कि उनका स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण वह बैठक में भाग नहीं ले सकेंगे। यद्वपि उनका दल सत्र के संचालन में रचनात्मक सहयोग देगा।