एप्पल न्यूज, शिमला
शिमला के संजौली में किए अवैध मस्जिद निर्माण के विरोध में उमड़े हिंदू संगठनों के दबाव में मंडी में अवैध मस्जिद निर्माण को मस्जिद कमेटी ने कोर्ट के फैसले से पहले ही खुद तोड़ दिया।
यहां पर मस्जिद का निर्माण करते हुए PWD की जमीन पर अतिक्रमण किया गया था। मौके पर पहुंची संयुक्त टीम ने निशानदेही के बाद बताया कि कितना क्षेत्र में कब्जा किया गया है।
किसी तरह का विरोध और बवाल न हो जाए इस आशंका से टीम के जाते ही मस्जिद कमेटी ने खुद मजदूर लगाकर मस्जिद के कब्जा किए भाग को तोड़ने शुरू कर दिया।
मस्जिद कमेटी के नुमाइंदों ने कहा कि आपसी भाईचारा बन रहे इसलिए हमने खुद निर्माण तोड़ दिया। उन्हें नहीं पता था कि निर्माण के समय लोक निर्माण विभाग से भी NOC लेना पड़ता है।
गौर हो की एक सप्ताह में शिमला में दो बार विशाल विरोध प्रदर्शन में हजारों लोग उमड़ पड़े थे। और किसी भी सूरत में जेहादी मानसिकता वाले लोगों को देवभूमि में कतई स्थान न देने की बात कही।
प्रशासन से अवैध निर्माण को तोड़ने की मांग की। जिसके बाद नया मोड़ आया और वीरवार को ही शिमला संजौली मस्ज़िद कमेटी के लोगों ने तय किया कि वह खुद अवैध निर्माण तोड़ने को तैयार हैं और कोर्ट जो फैसला कर उसका सम्मान करेंगे।
अब मंडी में भी उसी समय अवैध निर्माण तोड़कर संदेश देने की कोशिश की कि देवभूमि हिमाचल में सांप्रदायिक माहौल को खराब नहीं होने देंगे और आपसी भाईचारे के साथ रहेंगे।