एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश में इस सप्ताह मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है। प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण सोमवार से सात जिलों में भारी बर्फबारी का ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
इनमें चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, लाहुल-स्पीति, मंडी और शिमला जैसे जिले शामिल हैं। इसके अलावा, अन्य जिलों में भी अच्छी बारिश होने की संभावना जताई गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने चेतावनी दी है कि यह बर्फबारी प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जनजीवन को प्रभावित कर सकती है। ऊंचाई वाले इलाकों में यातायात बाधित हो सकता है, जबकि बिजली और पानी की आपूर्ति पर भी असर पड़ने की संभावना है।
मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशासन और आम जनता को सतर्क रहने का सुझाव दिया है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां भारी बर्फबारी की संभावना है।
मुख्य कारण और प्रभाव
रविवार देर रात से सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के चलते हिमाचल में मौसम बिगड़ने की संभावना जताई गई है। सोमवार से शुरू होने वाली यह स्थिति बुधवार तक बनी रह सकती है।
7 जनवरी को भी चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू और लाहुल-स्पीति जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हो सकती है। हालांकि, मौसम विभाग के अनुसार 8 जनवरी से मौसम में सुधार होगा और प्रदेश में धूप खिलने की उम्मीद है।
यह बर्फबारी प्रदेश के पर्यटन स्थलों के लिए वरदान साबित हो सकती है। शिमला, मनाली, धर्मशाला और किन्नौर जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल बर्फबारी के कारण पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन जाएंगे। ऐसे में पर्यटन उद्योग को फायदा हो सकता है।
लेकिन दूसरी ओर, यह बर्फबारी सड़क परिवहन और बुनियादी सेवाओं के लिए चुनौती भी बन सकती है। खासकर लाहुल-स्पीति और किन्नौर जैसे दूरदराज के क्षेत्रों में स्थिति ज्यादा कठिन हो सकती है।
पिछले अनुभव और संभावनाएं
रविवार को मौसम विभाग ने बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान जताया था, लेकिन दिनभर प्रदेश में धूप खिली रही। इससे स्पष्ट है कि मौसम पूर्वानुमान में बदलाव हो सकता है।
हालांकि, इस बार विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ पूरी तरह से सक्रिय है और हिमालयी क्षेत्रों में इसका प्रभाव जरूर दिखाई देगा।
स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों और पर्यटकों को सतर्क रहने और गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी है। खासतौर पर बर्फबारी वाले क्षेत्रों में, जहां सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं और भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है। इन क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति और संचार सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है।
मौसम साफ होने की संभावना
मौसम विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि 8 जनवरी से मौसम साफ हो जाएगा। यह राहत की बात है, क्योंकि लंबे समय तक खराब मौसम प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कई समस्याएं पैदा कर सकता है।
इस बदलते मौसम का प्रभाव जहां कृषि और पर्यावरण पर पड़ सकता है, वहीं यह ठंड में और वृद्धि करेगा। प्रदेशवासियों और पर्यटकों के लिए यह मौसम एक ओर रोमांचक हो सकता है, वहीं दूसरी ओर यह चुनौतीपूर्ण भी साबित हो सकता है।