एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मौसम खराब होने की संभावना है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश और बर्फबारी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
यह स्थिति पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय होने के कारण बनी है। इस दौरान अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में हिमस्खलन (Avalanche) का खतरा भी जताया गया है।
मौसम पूर्वानुमान और अलर्ट:
- चंबा और कांगड़ा जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट।
- अन्य 10 जिलों में यलो अलर्ट – हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की संभावना।
- ऊंचाई वाले इलाकों में तापमान में भारी गिरावट होगी।
- राज्यभर में रात का तापमान 3 से 5 डिग्री तक गिर सकता है, जबकि दिन का तापमान 2 डिग्री तक कम हो सकता है।
- मैदानी इलाकों में शीतलहर (Cold Wave) का प्रभाव रहेगा।
- इस खराब मौसम का असर कम से कम 48 घंटे तक बना रहेगा।

हिमस्खलन और भूस्खलन की चेतावनी:
- लाहौल-स्पीति में हिमखंड गिरने की घटनाएं दर्ज हुईं।
- मूलिंग (केलांग से 12 किमी दूर) और गयु बॉर्डर पोस्ट के पास हिमस्खलन हुआ।
- आईटीबीपी कैंप के पास हिमखंड गिरने से जवान बाल-बाल बचे।
- चंद्रा नदी का बहाव कुछ समय के लिए रुका।
- बर्फीले तूफान का खतरा बढ़ा है, जिससे ऊंचाई वाले इलाकों में यात्रा करना जोखिमभरा हो सकता है।
प्रशासन की तैयारियां और सुरक्षा निर्देश:
- पीडब्ल्यूडी, बिजली बोर्ड और जलशक्ति विभाग को सतर्क रहने के निर्देश।
- बर्फबारी प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय लोगों और पर्यटकों को यात्रा से बचने की सलाह।
- वाहन चालकों को सुबह-शाम विशेष सतर्कता बरतने और रात में यात्रा न करने की हिदायत।
- बर्फबारी और बारिश से सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है।
- कुछ क्षेत्रों में बिजली और जल आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।
बोर्ड परीक्षाओं पर प्रभाव:
- हिमाचल प्रदेश बोर्ड (HPBOSE) की 4 मार्च से शुरू होने वाली परीक्षाएं प्रभावित।
- लाहौल-स्पीति (केलांग, उदयपुर) और चंबा (पांगी) में परीक्षाएं स्थगित।
- स्थगित परीक्षाएं अप्रैल में पुनः आयोजित की जाएंगी।
- अन्य जिलों में परीक्षाएं तय कार्यक्रम के अनुसार ही होंगी।
संभावित प्रभाव और सावधानियां:
1. परिवहन और यात्रा:
- भारी बर्फबारी से कई रास्ते अवरुद्ध हो सकते हैं।
- शिमला, मनाली, धर्मशाला और डलहौजी जैसी जगहों पर यात्रा करने से बचने की सलाह।
- बर्फीले क्षेत्रों में फंसे लोगों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन की तैयारी।
2. जनजीवन और आपातकालीन सेवाएं:
- बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है, खासकर ऊंचाई वाले इलाकों में।
- पीने के पानी की सप्लाई भी प्रभावित हो सकती है।
- बर्फ हटाने के लिए मशीनरी तैयार की गई है, ताकि सड़कें जल्दी साफ की जा सकें।
3. कृषि और पशुपालन:
- कम तापमान और शीतलहर से फसलों पर असर पड़ सकता है।
- सेब, आलू और अन्य फसलें नुकसान झेल सकती हैं।
- पशुपालकों को पशुओं को ठंड से बचाने के लिए विशेष उपाय करने की सलाह।
हिमाचल प्रदेश में अगले दो दिन चुनौतीपूर्ण रहने वाले हैं। मौसम विभाग और प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है, और लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। यदि आप हिमाचल में रह रहे हैं या यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो मौसम अपडेट्स पर नजर रखें और अनावश्यक यात्रा से बचें।