एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति में सुधार के संकेत स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हाल ही में दिए गए एक बयान में प्रदेश की वित्तीय स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरकार द्वारा नीतिगत सुधारों और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के कारण राज्य को 2,600 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ है।
इस अतिरिक्त आय को प्रदेश के विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं में लगाया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश सरकार के इन प्रयासों से राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है। भ्रष्टाचार पर लगाम, राजस्व वृद्धि, शिक्षा-स्वास्थ्य में सुधार और औद्योगिक विकास से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।

सरकार की ये योजनाएं हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने और इसे एक विकसित राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती हैं।
आर्थिक सुधारों की दिशा में सरकार की पहल
प्रदेश सरकार हिमाचल को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि सरकार का ध्यान भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन, राजस्व वृद्धि, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र के विस्तार तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने पर केंद्रित है।
1. भ्रष्टाचार पर नियंत्रण और राजस्व वृद्धि
सरकार ने बीते दो वर्षों में नीतिगत बदलाव कर कई ऐसे सुधार लागू किए, जिनसे प्रदेश की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।
- सरकारी परियोजनाओं में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं।
- अवैध खनन, भूमि घोटालों और कर चोरी पर अंकुश लगाकर सरकार को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ।
- सरकारी विभागों में डिजिटलीकरण और ई-गवर्नेंस को बढ़ावा दिया गया, जिससे प्रशासनिक खर्च में कमी आई और आय के नए स्रोत खुले।
2. ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का विकास
सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को प्राथमिकता दे रही है।
- शिक्षा के क्षेत्र में सुधार: शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल की स्थापना की जाएगी, जिससे ग्रामीण छात्रों को बेहतर शिक्षा मिलेगी।
- सड़क और परिवहन: सड़कों का जाल बिछाकर और संपर्क मार्गों का निर्माण कर प्रदेश के सुदूर इलाकों को मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है।
- कृषि और बागवानी: किसानों को नई तकनीकों से जोड़ने और कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
3. स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार
प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए कई नई योजनाएं शुरू की हैं।
- अस्पतालों में आधुनिक सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है।
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
- टेलीमेडिसिन सेवाओं का विस्तार किया गया है, जिससे दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को विशेषज्ञों की सेवाएं मिल सकें।
4. पर्यटन और उद्योगों को बढ़ावा
पर्यटन और उद्योग प्रदेश की अर्थव्यवस्था के प्रमुख आधार हैं।
- सरकार सस्टेनेबल टूरिज्म को बढ़ावा देकर स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा कर रही है।
- नए औद्योगिक निवेश को आकर्षित करने के लिए नीतिगत सुधार किए गए हैं।
- हस्तशिल्प, कुटीर उद्योगों और स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष पैकेज दिए जा रहे हैं।
सरकार की योजनाएं हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने की ओर
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है।
- नवीन ऊर्जा स्रोतों (सौर और पवन ऊर्जा) को बढ़ावा दिया जा रहा है।
- महिला सशक्तिकरण के लिए वित्तीय सहायता और रोजगार प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
- युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए लघु उद्योगों और स्टार्टअप्स को सहायता दी जा रही है।