एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय होने से अगले पांच दिनों तक बारिश और बर्फबारी की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश में आगामी 9 से 14 मार्च तक बारिश और बर्फबारी की संभावना है, जिसमें 10 मार्च को येलो अलर्ट जारी किया गया है।
तापमान में पहले वृद्धि होगी, फिर धीरे-धीरे गिरावट आएगी। इस दौरान पर्यटकों, किसानों और वाहन चालकों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
खासतौर पर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम का असर अधिक रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, इस दौरान तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा और येलो अलर्ट भी जारी किया गया है।

मौसम का विस्तृत पूर्वानुमान:
➡️ 9 मार्च 2025:
- किन इलाकों में असर रहेगा?
- लाहौल-स्पीति, किन्नौर, चंबा, कांगड़ा और कुल्लू के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी होगी।
- शेष राज्य में मौसम शुष्क रहेगा।
➡️ 10-11 मार्च 2025:
- कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश-बर्फबारी होगी।
- येलो अलर्ट (10 मार्च) जारी:
- भारी वर्षा और बर्फबारी: चंबा, कांगड़ा, लाहौल-स्पीति।
- अंधड़ (गठीला तूफान) और बिजली गिरने की संभावना: कुल्लू, मंडी।
- इस दौरान यातायात प्रभावित हो सकता है, खासकर हाईवे और पहाड़ी रास्तों पर फिसलन बढ़ने की आशंका है।
➡️ 12-14 मार्च 2025:
- राज्य के विभिन्न स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी जारी रहेगी।
- शिमला, मनाली, धर्मशाला जैसे पर्यटन स्थलों पर भी असर पड़ सकता है।
- अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना है।
तापमान में बदलाव:
- अगले 2-3 दिनों में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे 2-3°C की वृद्धि हो सकती है।
- अधिकतम तापमान:
- अगले 24 घंटों में 3-5°C तक बढ़ सकता है।
- फिर अगले 3-4 दिनों में 2-3°C की गिरावट होगी।
- इससे दिन में हल्की गर्मी, लेकिन रात में ठंडक बनी रहेगी।
मौसम के अनुसार सतर्कता और सावधानियां:
✅ पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के लिए सुझाव:
- भारी बर्फबारी वाले क्षेत्रों (लाहौल-स्पीति, किन्नौर, रोहतांग, बारालाचा आदि) की यात्रा टालें।
- बर्फीले इलाकों में गाड़ी चलाते समय एंटी-स्किड चेन का इस्तेमाल करें।
- गर्म कपड़े और छाते साथ रखें, क्योंकि तापमान में गिरावट और बारिश दोनों संभव हैं।
- ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बिजली गिरने की संभावना है, ऐसे में खुले में खड़े होने से बचें।
- बिजली चमकने के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें और धातु से बनी वस्तुओं से दूर रहें।
- मौसम खराब होने पर ट्रैकिंग या हाईकिंग न करें।
✅ किसानों के लिए सुझाव:
- बारिश-बर्फबारी के कारण फसलों पर प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए पहले से उचित तैयारी करें।
- पहाड़ी क्षेत्रों में गेहूं, मटर और सेब की फसल पर बर्फबारी का असर पड़ सकता है।
- भारी बारिश से जलभराव हो सकता है, जल निकासी की उचित व्यवस्था करें।
✅ यातायात और यात्रा:
- बर्फबारी के दौरान कुछ सड़कों और दर्रों (पास) पर आवागमन बाधित हो सकता है।
- पर्यटक और वाहन चालक मौसम विभाग की सलाह को ध्यान में रखें।
- राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-3, NH-5) और रोहतांग, बारालाचा, कुंजुम पास जैसे ऊंचे दर्रों पर बर्फबारी से जाम लग सकता है।