एप्पल न्यूज, शिमला
शिमला के प्रतिष्ठित बिशप कॉटन स्कूल के तीन छात्रों के अपहरण मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी सुमित सूद ने बच्चों को पहले लिफ्ट देने का बहाना किया और फिर रिवॉल्वर दिखाकर उनका अपहरण कर लिया।
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने बेहद योजनाबद्ध तरीके से इस वारदात को अंजाम दिया। बच्चों को रास्ते का अंदाजा न हो, इसके लिए उसने उन्हें रिवॉल्वर के डर से एक-दूसरे की आंखों पर टेप लगवाया। इतना ही नहीं, पुलिस ट्रैकिंग से बचने के लिए वह अपना मोबाइल फोन साथ नहीं लाया था।

वारदात के दौरान उसने बेमलोई–कनलोग रोड पर अपनी गाड़ी की नंबर प्लेट बदलकर नकली नंबर “DL-6117” बना दिया और स्कूल गेट से पहले ही वाहन को पार्क किया।
जांच में पता चला कि आरोपी ने बच्चों को कार में बैठाकर खलीणी–टालैंड–संजौली बाईपास होते हुए ढली की ओर ले गया। कुफरी में गाड़ी रोककर उसने पिस्टल दिखाते हुए बच्चों को बताया कि वे किडनैप हो गए हैं।
इसके बाद आरोपी उन्हें सीधे अपने घर कोकुनाला ले गया, जहां तीसरी मंजिल के कमरे में बंद कर दिया। इस दौरान बच्चों को पिज्जा खिलाया और घर वालों के संपर्क नंबर लिए।
पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए बच्चों को सुरक्षित बरामद कर लिया। एसएसपी शिमला संजेव गांधी ने बताया कि पुलिस के अथक प्रयासों से यह सफलता मिली है।
सोमवार को आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस को उम्मीद है कि आगे की पूछताछ में और भी अहम जानकारियां सामने आएंगी।







