एप्पल न्यूज, शिमला
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को सदन में ऐलान किया कि सराज के लिए जो आपदा राहत पैकेज घोषित किया गया है, उसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बरसात में भारी बारिश, भूस्खलन व आपदा से जहां-जहां नुकसान होगा, वहां पर यह पैकेज लागू होगा।
वे विधानसभा में प्राकृतिक आपदा को लेकर विपक्ष द्वारा नियम 67 के तहत लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब के दौरान हस्तक्षेप करते हुए बोल रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा इस आपदा में जो लोग बेघर हुए हैं और उनके पास घर बनाने के लिए जमीन नहीं बची है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावितों को घर बनाने के लिए एक बीघा वन भूमि मिले, इस संबंध में केंद्र को लिखा गया है।

उन्होंने कहा कि इस संबंध में केंद्र को भेजे जाने वाले प्रस्ताव में यह भी शामिल किया जाए कि जिन लोगों के घर आपदा में बहे हैं और उनके पास घर बनाने को जमीन नहीं हैं, उन्हें घर बनाने के लिए एक बीघा वन भूमि के इस्तेमाल की इजाजत दी जाए।
उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित लोगों में घर गंवाने वाले लोगों के पास जमीन नहीं बची है और वह घर कहां बनाएंगे। इसलिए यह जरूरी है कि केंद्र सरकार वन भूमि पर आवास बनाने की अनुमति दे।
उन्होंने कहा कि जो पैकेज घोषित किया गया है, वह पौंग बांध से छोड़े गए पानी से हुए भारी नुकसान को भी कवर करेगा। उन्होंने कहा कि वहां पर आज पानी छोड़ने से आई बाढ़ के कारण फसलें खराब हुई है और घर भी बह गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा में लोगों के घर गए हैं और घर का सारा सामान भी साथ गया है। इसलिए उन्होंने घर बनाने के लिए दिए जाने वाले सात लाख रुपए के साथ 70 हजार रुपए की राशि और जोड़ी है। इससे प्रभावित लोग अपने घरों के लिए दैनिक इस्तेमाल की वस्तुएं और कपड़े ले पाएंगे।
इससे पहले, स्थगन प्रस्ताव पर पांच दिन तक हुई चर्चा का जवाब राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने दिया। उनके जवाब शुरू करने से पहले पूरा विपक्ष सदन से उठकर बाहर चला गया था।
विपक्ष की गैर मौजूदगी में राजस्व मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा प्रबंधन को लेकर और बेहतर करने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने आपदा से निपटने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं।
राजस्व मंत्री ने कहा कि इस त्रासदी में बहुत सारी समस्या थी। लोगों के घर गए, पशुधन बह गए। इसके लिए राहत मैन्युअल में काफी कम मदद थी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने राहत पैकेज में बदलाव किया और इसमें भारी बढ़ोतरी की। उन्होंने कहा कि अब घर बनाने के लिए सात लाख रुपए किए गए हैं। ऐसा देश में किसी और मुख्यमंत्री ने नहीं किया।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि आपदा में कम से कम समय में कैसे सहायता दे सकते हैं, इसके लिए उनकी अध्यक्षता में कैबिनेट सब कमेटी बनाई थी। इस कमेटी ने अपने सुझाव सरकार को दिए हैं।
उन्होंने कहा कि आपदा आने पर प्रशासन तुरंत एक्शन में आया और सभी प्रशासन को लाइन में लगाकर कार्य किया। उन्होंने कहा कि नालों के अवरुद्ध होने से आपदा और ज्यादा बड़ी हो गई।
इससे पहले, इस मुद्दे पर हुई चर्चा में तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, विधायक पवन काजल, दीप राज, संजय अवस्थी, रणधीर शर्मा, संजय रतन, डीएस ठाकुर, भुवनेश्वर गौड़, डॉ. जनक राज और विनोद सुल्तानपुरी ने भी इस चर्चा में भाग लिया।
राजस्व मंत्री ने कहा कि विपक्ष राज्य में आई भारी प्राकृतिक आपदा को लेकर गंभीर नहीं है। वह इसकी आड़ में केवल राजनीति करना चाहता है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष की गंभीरता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि वह जवाब सुनने के लिए और सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को जानने के लिए सदन में ही मौजूद नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण प्रस्ताव था और गंभीर विषय था, लेकिन विपक्ष इस विषय के प्रति गंभीर नहीं दिखा। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने केवल राजनीति के लिए इस विषय को सदन में लाया।
जगत नेगी ने जयराम ठाकुर पर कसे तीखे तंज
चर्चा के जवाब के दौरान राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर तीखे हमले बोले। उन्होंने आरोप लगाया कि जयराम ठाकुर के अहंकार के कारण पूरा विपक्ष आज सदन में नहीं है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के सदस्य तो सदन में बैठना चाहते थे, लेकिन जयराम ठाकुर के स्वार्थ के चलते उन्हें बाहर जाना पड़ा। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने बहुत बड़ी गलती की है, जिसे हिमाचल आजतक भुगत रहा है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व की डबल इंजन सरकार में सिर्फ हिमाचल को लूटने का काम किया है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को सांसद कंगना की ज्यादा चिंता है। इसलिए खराब रास्ते की बात कहकर उन्हें रोक दिया और हमारे लिए कहते हैं कि रात को भी आपदा प्रभावित इलाकों में नहीं पहुंचे।
नेगी ने यह भी कहा कि सराज में जो आपदा में जो भारी नुकसान हुआ है, उसका कारण पूर्व भाजपा सरकार के समय हुआ अवैज्ञानिक विकास है।
उन्होंने कहा कि सराज में 400 करोड़ रुपए से 276 सड़कों का निर्माण किया गया और इसमें पानी के निकास की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। इस कारण वहां पर भारी नुकसान हुआ है।
राजस्व मंत्री ने कहा कि आपदा में बेघर हुए लोगों को घर बनाने के लिए सरकार तीन बिस्वा जमीन देने को लेकर पॉलिसी बनाई है, लेकिन यहां पर सारी जमीन फॉरेस्ट लैंड है। इसकी इजाजत केंद्र सरकार ही दे सकती है।
उन्होंने कहा कि जब हमें जमीन नहीं मिलेगी तो क्या कर सकते हैं। उन्होंने वहां से एक्सईएन को ट्रांसफर करने को भी सही करार दिया और कहा कि आज सराज में 60 जेसीबी और 23 एलएंडटी लगी हुई है।
जगत नेगी का तंज – जयराम ठाकुर हिमाचल, भाजपा और सराज के लिए पनौती
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर तंज भी कसा। उन्होंने जयराम ठाकुर को हिमाचल, भाजपा और सराज के लिए पनौती करार दिया। उन्होंने कहा कि किसी के नाम में राम का नाम साथ लगने से कोई भगवान राम नहीं बन जाता।
उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष की दिल्ली में कोई पकड़ नहीं है और यदि हम उनके साथ दिल्ली जाएंगे तो वहां से जो मदद मिलनी भी होगी, वह भी नहीं मिलेगी।







