एप्पल न्यूज़, शिमला
भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, राष्ट्रपति निवास, शिमला में पर्यटकों की सुविधाओं एवं अनुभव को और अधिक सुलभ व आकर्षक बनाने के उद्देश्य से संस्थान द्वारा अनेक नई पहलों पर कार्य किया जा रहा है।
संस्थान के नवनियुक्त निदेशक प्रोफेसर हिमांशु कुमार चतुर्वेदी के नेतृत्व में संस्थान के ऐतिहासिक भवन के भ्रमण पर आने वाले पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाओं के उन्नयन की दिशा में कई कार्यक्रम प्रारंभ किए गए हैं।
इसी क्रम में हाल ही में “सनसेट व्यू कैफे” की शुरुआत की गई है, जहाँ आगंतुक शिमला की मनोरम संध्या दृश्यावली का आनंद लेते हुए विश्राम कर सकते हैं। यह स्थल न केवल पर्यटकों के लिए एक आकर्षक पड़ाव प्रदान करता है बल्कि संस्थान की सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत से उनके संवाद को भी प्रगाढ़ बनाता है।

पर्यटकों की सुविधा के दृष्टिगत, गोरखा गेट से टिकट बुकिंग काउंटर तक लाने हेतु बैटरी चालित गोल्फ कार्ट की खरीद प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है। इस सुविधा से वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग व्यक्तियों और छोटे बच्चों के साथ आने वाले पर्यटकों को विशेष सहूलियत प्राप्त होगी।
संस्थान द्वारा इस दिशा में अन्य सुविधाओं के संवर्धन जैसे — संकेतक बोर्डों के अद्यतन, विश्राम स्थलों के रखरखाव, पेयजल और स्वच्छता व्यवस्थाओं के उन्नयन — पर भी विचार किया जा रहा है। इन पहलों का उद्देश्य आगंतुकों के लिए संस्थान की यात्रा को अधिक सुगम, सुरक्षित और स्मरणीय बनाना है।
इस अवसर पर निदेशक प्रोफेसर हिमांशु कुमार चतुर्वेदी ने कहा —
“भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान केवल एक शैक्षणिक केंद्र ही नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक चेतना और ऐतिहासिक धरोहर का सजीव प्रतीक है। हमारा प्रयास है कि यहाँ आने वाला प्रत्येक आगंतुक इस विरासत को न केवल देखे, बल्कि उसे अनुभव भी करे। पर्यटक सुविधाओं का विस्तार इसी दृष्टि से एक सतत प्रक्रिया के रूप में जारी रहेगा।”
निकट भविष्य में परिसर में आगंतुक सूचना केन्द्र, डिजिटल गाइडिंग एप्लीकेशन तथा पर्यावरण अनुकूल पहलों पर भी कार्य किया जाएगा, जिससे पर्यावरण संरक्षण और आगंतुक अनुभव दोनों में संतुलन बना रहे।







