वेतन न मिलने से घरों को छोडकर पलायन करने को मजबूर है कर्मचारी
एप्पल न्यूज़, बददी
बददी बरोटीवाला नालागढ इंडस्ट्रियल एरिया में उद्योगों में कार्यरत कामगारों के खाते में 31 मार्च तक मासिक वेतन डाला जाए, ताकि उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े। यह बात हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के निदेशक बलविंद्र सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि बीबीएन क्षेत्र में कई ऐसे कामगार हैं, जिनके पास रोजमर्रा की वस्तुएं खरीदने तक के पैसे नहीं बचे हैं। कई श्रमिकों को मकान किराया, दूध, दही, सिलेंडर तथा अन्य खर्चों के लिए पैसे नहीं बचे हैं। ऐसे में वन विकास निगम के निदेशक बलविंद्र सिंह ने प्रदेश श्रम आयुक्त एस.एस गुलेरिया से आग्रह किया है कि वे उद्योगपतियों तथा ठेकेदारों से उनके श्रमिकों को मार्च माह का वेतन खाते में डाले दें।
उन्होंने कहा कि कई मजदूर ऐसे हैं जो रोज कमाते हैं और रोज खाते हैं। ऐसे मजदूरों का जिला प्रशासन विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन गर्मवती तथा गंभीर बीमारी से ग्रस्ति लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाने का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। उन्होंने मांग की है कि जिला प्रशासन को शिकायत निवारण केंद्र का गठन करना चाहिए। ताकि लोग अपनी समस्याओं लेकर किसी एक चिन्हित स्थान पर आ सकें। ठाकुर ने कहा कि उनके ध्यान में ऐसी बातें आई है कि कुछ कारखानों ने फरवरी का वेतन भी मजदूरों को नहीं दिया है इसलिए ऐसे में चाहे वह प्रदेश के हो या दूसरे राज्यों के श्रमिक वह रातों रात पैदल ही यहां से निकल रहे हैं। उन्होने उद्यमियों की खिंचाई करते हुए कहा कि जिन लोगों के दम पर आपने महल कोठियां व हवेलियां तथा जायदातें बनाई वो ही आज आपको भारी लग रहे हैं आपको शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस से बचने के लिए हर नागरिक पूरी सजगता तथा सावधानी से प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं। इसी के चलते अभी तक हिमाचल प्रदेश में इस संक्रमण का प्रभाव लगभग शून्य के बराबर हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचली लोगों ने लॉक डाऊन में प्रदेश सरकार का सहयोग करके एक मिसाल कायम की है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा जारी जरूरी दिशा-निर्देशों का भी सभी प्रदेशवासी पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों की सहायता के लिए भी प्रदेश भर से कई स्वयं सहायता समूहों ने मदद की पेशकश की है। जिसका परिणाम प्रदेश के हर कोने में देखने को मिल रहा है। प्रदेश में कोई भी भूखा न सोये इस दिशा में कार्य किया जा रहा है।