एप्पल न्यूज़, शिमला
कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश सरकार के मंत्रियों के पिछले एक महीने से अधिक समय से अज्ञातवास में रहने पर हैरानी जताते हुए कहा है कि आपदा की इस स्थिति में इन मंत्रियों को प्रदेश की कोई चिंता नही है।
उन्होंने कहा है कि जब से कोरोना के चलते लॉक डाउन हुआ है तभी से प्रदेश सरकार के मंत्रियों का कोई निश्चित अता पता ही नही है। अपने अपने विभाग उन्होंने राम भरोसे छोड़ दिये है,मानो उनसें संबंधित कोई भी समस्या प्रदेश में है ही नही।
राठौर ने कहा है कि लॉक डाउन की बजह से एक ओर जहां लोगों को अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वही दूसरी ओर बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों, बागवानों की कमर तोड़ दी है।उन्होंने कहा है कि हैरानी की बात है कि प्रदेश सरकार के मंत्रियों को इसकी उन्हें कोई भी चिंता नही लगती। लोग किस हालत में है,इसकी भी इन्हें कोई परवाह नही है।उन्होंने कहा है कि आज केवल औपचारिकता मात्र कुछ मंत्रियों ने शिमला के तीन,चार वार्डो का दौरा किया है,जबकि एक महीने से अधिक समय से इनका कोई अतापता ही नही था।
राठौर ने कहा है कि प्रदेश की केवल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपनी ब्यूरोक्रेसी के साथ समीक्षा बैठकें तो कर रहें है पर बाकी मंत्रिमंडल सदस्यों के गायब रहने पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि सम्भतः कोरोना माहमारी के डर से कहीं यह क्वारन्टीन तो नही हो गए हैं।
राठौर ने कहा है कि मुख्यमंत्री के अतिरिक्त शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज तो कभी कभार यहा नज़र आ रहें है,पर कृषि,बागवानी व अन्य सभी मंत्री कहा है और क्या कर रहें है इसकी किसी को कोई जानकारी ही नही है। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रव्यापी विपदा के इस समय मंत्रियों की और भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी बन जाती है,जहां उन्हें लोगों के बीच या अपने विभागों की समीक्षा बैठक कर किसी भी समस्या के समाधान को पग उठाने के निर्णय लेने पड़ते है,जिससे लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान हो।
उन्होंने कहा है कि उन्हें लगता है कि प्रदेश में पूरी सरकार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपनी सरकार ब्यूरोक्रेसी के दम पर ही चला रहें है।मंत्री अपना कोई भी राजधर्म निभाने में पूरी तरह विफल साबित हो रहें है।