पड़ोस के बच्चों से मारपीट और स्थानीय युवती को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाने का आरोप
एप्पल न्यूज़, कुल्लू
प्रदेश के जिला कुल्लू के शमशी गांव में रहने वाले कथित पादरी, प्रेम सिंह गिल पर उसके पड़ोस में रहने वाले लोगों ने कथित रूप से धार्मिक भावनाओं को भड़काने की पुलिस को शिकायत की है। स्थानीय निवासी देवेंद्र सिंह चौधरी और उनके पड़ोस में रहने वाली 20 वर्षीय युवती ने भूंतर पुलिस थाना में इससे संबंधित लिखित शिकायत की है।
उनका आरोप है कि प्रेम सिंह गिल तथाकथित रूप से अपने घर पर लाॅकडाउन के बीच इसाई धर्म से संबंधित प्रार्थना सभाएं आयोजित करता रहा है। जबकि लाॅकडाउन में इस प्रकार के किसी भी समूह के एकत्रित होने पर प्रतिबंध रहा है। बीते शनिवार, 30 मई को तो आरोपी ने तब हद ही कर दी जब उसकी बच्ची पड़ोसी के बच्चों से लड़ने लगी और आरोपी ने आव देखा न ताव ये पड़ोस के बच्चों को अपशब्द कहने लगा और उनसे मारपीट करने लगा।
इसके बाद ये व्यक्ति मामले को अपने पक्ष में करने के लिए अपने भवन मालिक के पास जा पहुंचा। जबकि उसकी हरकत से आहत युवती ओर बच्चों ने पहले इसकी जानकारी परिवार को दी फिर ये मामला पुलिस तक जा पहुंचा है।
युवती गत 11 वर्षों से वह अपने माता पिता के साथ साथ शमशी में रह रही है और स्थानीय स्कूल में 12वीं कक्षा की छात्रा है। युवती का आरोप है कि जनवरी में आरोपी प्रेम सिंह गिल ने उसे धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया। युवती की माता बबीता का कहना है कि आरोपी के बच्चे कुछ समय पूर्व उनके घर पर आते थे और घर पर लगे हिन्दू देवी-देवताओं के कैलेंडरों और मूर्तियों को शैतान की मूर्ति बताते थे, जिसके चलते उसने उन्हें घर पर न आने के लिए कहा था। उनका कहना है कि इसी बीच 22 मार्च को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से कोरोना योद्धाओं के सम्मान में घंटी और थाली बजाने का आह्वान किया तब ये व्यक्ति लगातार अपनी बिल्डिंग के बाहर आकर बच्चों से सवाल करता रहा है कि थाली-घंटी बजाने से क्या होगा, क्या कोराना ऐसे भाग जाएगा।
देवेंद्र सिंह चौधरी का आरोप है कि लॉकडाउन के दौरान भी आरोपी पादरी के पास लगातार भीड़ जुटती रही है जिससे सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई गयी है। देवेन्द्र सिंह ने उस पर सामाजिक विद्वेष फैलाकर दंगे की जमीन तैयार करने के आरोप लगाए हैं। आरोपी प्रेम सिंह गिल मूल रूप से ये गुरदासपुर पंजाब से संबन्धित है। पुलिस थाना में जब आरोपी से पूछताछ की जा रही थी तो उसके समर्थन में कुछ राजनीतिक दलों के नेता भी पहुचे थे। बहरहाल पुलिस इस मामले को बच्चों की आपसी लड़ाई से जोड़कर रफा-दफा करने की फिराक में है। साथ ही शिकायतकर्ताओं को शिकायत वापिस करने का भी दवाब बनाया जा रहा है, लेकिन दोनों शिकायतकर्ताओं ने आरोपी पादरी की संदिग्ध पृष्ठिभूमि की जांच की मांग की है, साथ ही उसके द्वारा सामाजिक विद्वेष फैलाने के आरोप में कार्रवाई की मांग की है।
बयान…
पुलिस थाना भूंतर के प्रभारी नागदेव का कहना है कि उनके पास शिकायत पत्र आए हैं। शिकायतकर्ता और आरोपी के बयान दर्ज किए गए हैं। उनका कहना है कि प्रारंभिक तौर पर ये बच्चों की मारपीट से जुड़ा हुआ है। मामले की तफतीश की जा रही है।