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सीएम बोले -भ्रष्टाचार के लिए सरकार में कतई नहीं कोई स्थान, कांग्रेस बताएं 12 करोड़ का बिल केंद्र को किस बात का भेजा

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एप्पल न्यूज़, शिमला

कोरोना महामारी के शुरुआती दौर में देश चीन पर निर्भर था। मगर आज पीएम मोदी के नेतृत्व में इस देश में केवल 2 महीने में पीपीई किट बनाने की 300 से अधिक यूनिट खड़ी हो गई। संकट में अपने पांव पर खड़े होना बड़ी बात है। सीएम जयराम ठाकुर ने वीरवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल की यदि बात करें तो शुरू में कोरोना मामले शून्य हो ही गये थे, मगर हिमाचल के बच्चे दूसरे राज्यों में फंसे थे उन्हें वापिस हिमाचल लाने के सरकार ने प्रयास किये। ऐसी परिस्थिति जब संकट का समय हो तो किसी भी व्यक्ति के मन की इच्छा अपने घर जाने की होती है।हम उन्हें लाये कोरोना के मामले भी बढ़े मगर सरकार ने उन्हें घर नहीं भेजा परिणामस्वरूप कम्युनिटी स्प्रेडिंग नहीं हुई। 1 लाख 70 हजार लोग लाए। 13 ट्रैन से 6115 लोग आएं जिस पर 51 लाख खर्च किया। 2200 बसों से 45 हजार लोग लाये जिस पर साढ़े 3 करोड़ खर्च किया। हिमाचल में 361 कुल मामले कोरोना के मामले है जिसमें एक्टिव केस 206 है। लैब टेस्टिंग की क्षमता 1400 से 1500 हो गई है। रिकवरी रेरेट हिमाचल के 40 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों से लाये गए लोगों की बात करें तो हिमाचल में महाराष्ट्र से 161 व दिल्ली से आये  86 लोग कोरोना पॉजिटिव आये। अनलॉक का पहला चरण शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने एक जगह केंद्रित होकर काम किया।आईएनएस सी वोटर सर्वे में हिमाचल 7वें रैंक पर रहा है। भाजपा शासित राज्यों में हिमाचल पहले नम्बर पर रहा। हिमाचल में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान को मोदी ने सराहा है। 

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सीएम ने कहा कि जब प्रदेश इतने संकट से गुजर रहा है बावजूद इसके विपक्ष सिर्फ राजनीति करता रहा। ज़मीन पर किसी को मदद करते नहीं देखा। मगर कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र को 12 करोड़ का बिल भेज दिया। सीएम ने कहा केंद्र से पैसा लेकर अध्यक्ष इस पैसे को कहां खर्च करना चाहते है। पटवारी भर्ती मामले पर भी उन्होंने कहा कि न्यायालय से क्लीन चिट मिल गई है, बे वजह मामले को तूल देने वाला विपक्ष अब क्या कहेगा। विपक्ष के पास कोई जवाब नहीं। दूध का दूध पानी का पानी हो गया है। सीएम ने कहा कि सरकार में भ्रष्टाचार की कतई भी गुंजाइश नहीं है। सेनेटाइजर मामले में पेमेंट होती इससे पहले सरकार ने एक्शन लिया है। पीपीई किट खरीद में कोई अनियमितता नहीं बरती गई है। वायरल ऑडियो सिर्फ दो लोगों के बीच का मामला है। सरकार ने पता लगते ही निदेशक पर कार्रवाई की है। गिरफ्तारी के बाद रिमांड पर रहे, निलंबन भी कर रिया गया। सीएम ने कहा भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गुमनाम पत्र से वेंटिलेटर खरीद का मामला आया । साढ़े तीन लाख का वेंटिलेटर 10 लाख में खरीदने के आरोप लगाए। सीएम ने कहा हर रोज 5 से 7 पत्र बिना नाम पत्र के मिलते है। आजकल ऐसे ही पत्र लेकर विपक्ष के लोग राज्यपाल के जा रहे है कभी सीएम से इस्तीफा मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि

सरकार और विपक्ष झूठे आरोप लगाएगा तो मानहानि का दावा करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं के खिलाफ भी सरकार के पास बीसों गुमनाम पत्र आते है। लेकिन ऐसे गुमनाम पत्रों के आधार पर कार्रवाई करना उचित नहीं है। ऐसे में किसी गुमनाम पत्र के आधार पर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल न उठाएं।

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