शर्मा जी, एप्पल न्यूज़ रामपुर बुशहर
ऊपरी शिमला में 4 जिलों के प्रमुख व्यापारिक केंद्र रामपुर बुशहर में व्यापार मंडल दोफाड़ हो गया है। बीते 45 साल से शहर पर एकछत्र राज करने वाले में बाजार के व्यापारियों की मनमानी और चुनिंदा व्यापारियों को छोड़ शेष छोटे और स्थानीय व्यवसायियों को दरकिनार करने के चलते युवाओं ने नया व्यापार मंडल खड़ा कर पुरानों की परतें खोलनी शुरू कर दी है।
रामपुर बुशहर सर्वहितकारी व्यापार मंडल के नाम से पंजीकृत नए व्यापार मंडल में कुछ ही दिनों में करीब 300 छोटीए बड़े व्यापारियों ने पंजीकरण करवा दिया है। जिसमें नगर परिषद रामपुर बुशहर की परिधि में आने वाले सभी व्यवसायियों को शामिल किया जा रहा है।
रविवार को प्रेसवार्ता कर सर्वहितकारी व्यापार मंडल के कार्यकारी अध्यक्ष व कार्यकारिणी सदस्यों ने कहा कि वे व्यापारियों के हितों के लिए कार्य करेंगे। अध्यक्ष तन्मय शर्मा ने कि पूर्व में चल रहा व्यापार मंडल बिना पंजीकरण कर ही न जाने कैसे बीते 45 वर्षों से कार्य कर रहा था। जिसमें केवल चुनिंदा व्यापारियों को ही शामिल किया गया था। करीब 25 वर्षों से एक ही प्रधान है न तो चुनाव करवाए और न कार्यकरिणी का गठन किया ऐसे में प्रशासन पर भी सवाल खड़े होते हैं कि इसे मान्यता और एहमियत कैसे दी गई थी। जब जानकारी जुटाई तो जिस हिमाचल व्यापार मंडल से पंजीकरण की ये बात कर रहे थे वो संस्था खुद ही कई वर्षों से बंद पड़ी है। ऐसे में पूर्व के व्यापार मंडल को अपना लेखा जोखा सभी के समक्ष रखना होगा अन्यथा सर्वहितकारी व्यापार मंडल व्यापारियों की मांग पर सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कानूनी लड़ाई पर भी विचार करेगी।
तन्मय शर्मा ने कहा कि वह सभी को साथ लेकर व्यापारियों के साथ ही ग्राहकों की सुविधाओं पर भी काम करेगी और शहर में उपयुक्त स्थान पर पार्किंग, शौचालय, और अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए प्रशासन से मिलकर कार्य करेंगे।
उधर, नया व्यापार मंडल बनते ही पुराने व्यापार मंडल की भी चूल्हें हिल गई। आनन फानन में रविवार को एक बैठक बुलाई गई जिसमें करीब 30 से 35 व्यापारी शामिल हुए। बैठक में 25 वर्षों से काबिज प्रधान हरीश गुप्ता ने कार्यकारिणी को भंग कर दिया और जल्द आम सभा करवाने की बात कही। बैठक में ये भी तय किया कि पुराना व्यापार मंडल यथावत चलता रहेगा और अब तक पंजीकृत 229 सदस्यो में से कोई भी सदस्य नए व्यापार मंडल के साथ नहीं जुड़ेगा।
पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष हरीश गुप्ता ने आरोप लगाया कि सर्वहितकारी व्यापार मंडल ने सर्वे के नाम पर व्यापारियों के हस्ताक्षर लिए हैं जो गलत है। नया व्यापार मंडल नहीं चलने वाला। उनके साथ गांधी पार्क से स्कूल परिसर तक जाने माने जीएसटी और लाइसेंस धारी ट्रेड़र्ज हैं कोई भइये या पनवाड़ी नहीं।
पंजीकरण के सवाल पर गुप्ता ने कहा कि उनका व्यापार मंडल कोई संस्था या एनजीओ नहीं है जिसे सोसायटी एक्ट में पंजीकरण की जरूरत हो, वे हिमाचल व्यापार मण्डल से पंजीकृत हैं और दिल्ली से पंजीकृत हैं।